रिपोर्टर पवन साहू
धमतरी / रेत से भरी हाईवा ग्रामीण क्षेत्रों की तंग और कमजोर सड़कों पर बेधड़क दौड़ रही है। जिससे आये दिन हादसे हो रहे हैं और लोगों की अकाल मौत हो रही है। शनिवार को दोनर् धान मण्डी के पास हाईवा की चपेट में आने से कातलबोड़ निवासी एक शिक्षक रामचरण साहू की मौत हो गई। घटना के बाद बड़ी संख्या में भाजपाईयों ने चक्का जाम कर दिया । घटना के लिए राज्य की भूपेश बघेल सरकार को दोषी ठहराते हुए इन्होंने रेत् के अवैध उत्खनन और ग्रामीण क्षेत्रों में हाईवा के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की। प्रशासन ने उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
घटना स्थल पर धरने पर बैठी विधायक रंजना साहू का कहना था कि रेत के उत्खनन को लेकर पूर प्रदेश में आक्रोश है क्योंकि उतखनन सभी तरफ हो रहा है। यहाँ के जिम्मेदार अधिकारी बताएं कि 10 जून से रेत् खदानें बंद है तब हाईक आयी कहाँ से। हमारी मांग है कि रेत का अवैध उत्खन बंद होना चाहिये और गांवों की कमजोर सड़कों पर हाईका का चलन बंद हो । साथ ही ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों का निर्माण होना चाहिये। रंजना साहू ने कहा कि खनिज अधिकारी तो सिर्फ मोहरा है सब कुछ उपर से हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगर समस्या का हल नहीं निकाला जाता तो हम अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ेंगे। ग्रामीण हीरेन्द्र साहू का कहना था कि गांवों की कमजोर सड़कों पर हाईवा नही चलनी चाहिये, साथ ही सुरक्षित रोड का निर्माण किया जाना चाहिये। यदि ये मांगें पूर्ण नहीं हुई तो ग्रामीण पैदल चलकर राजधानी पहुंचेंगे और विधानसभा का घेराव करेंगे। फिर भी मांग पूरी नहीं हुई तो आगामी विधान सभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। इस संबंध में खनिज अधिकारी पैकरा का कहना था किआन्दोलनकारियों की दो मांगे थी पहला अवैध उत्खनन बंद होना चाहिये, दूसरी एक समिति बनाई जायेगी उसमें ग्राम सभा के अनुमोदन पर सदस्यता दी जायेगी अवैध रूप से संचालित हाईवा वाहनों पर कार्यवाही शुरु हो चुकी है। एस डी एम ने कहा कि रेत का अवैध उत्खनन नहीं होने दिया जायेगा। शिकायत मिली तो तत्काल कार्यवाही की जायेगी ।