Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बेटे वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए हैं. कांग्रेस नेता इससे पहले 27 अक्टूबर को ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे और 30 अक्टूबर तक का समय मांगा था. 30 अक्टूबर को वैभव ईडी मुख्यालय पहुंचे. इस दौरान ईडी ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून (FEMA) के उल्लंघन के आरोप में वैभव गहलोत से आठ घंटे पूछताछ की. जांच एजेंसी के मुताबिक राजस्थान के होटल समूह से जुड़ी कंपनियों के यहां मिले विदेशी फंडिंग के सुबूतों के आधार पर वैभव गहलोत से पूछताछ की गई है.
‘नोटिस में कोई दम नहीं’
वैभव गहलोत ने कहा कि उन्हें 10 से 11 साल पुराने मामले में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इस बीच बेटे वैभव गहलोत को ईडी के समन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “कानून को अपना काम करने दीजिए…नोटिस में कोई दम नहीं है, ये एक साधारण नोटिस है…ईडी राजनीतिक लाभ लेने में व्यस्त है…ये बीजेपी का राजनीतिक खेल है…”
ईडी ने फिर बुलाया
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये भी कहा कि केंद्र सरकार राजनीतिक लाभ के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. ये रणनीति भाजपा पर प्रतिकूल प्रभाव डालेगी, क्योंकि लोग अब इसके बारे में जागरूक हो गए हैं. उन्होंने कहा कि इस केस में कोई दम नहीं है. इस बीच ईडी ने वैभव को 16 नवंबर को फिर बुलाया है.
‘पूरा देश देख रहा है’
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था, “ED अभी तक प्रेस नोट जारी नहीं कर रही है कि हमने अमुक व्यक्ति के घर क्यों छापा किया? वहां से क्या बरामद हुआ? कितना कैश मिला? इसकी जानकारी जारी नहीं होती है ना ही वे प्रेस से बात करते हैं. बात भाजपा कर रही है. भाजपा ED की प्रवक्ता बन गई है… हमारे प्रदेश कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के यहां पर बिना किसी कारण के छापा किया गया…इन्हें पूरा देश देख रहा है, देश इन्हें माफ नहीं करेगा.”