Delhi Crime: देश की राजधानी दिल्ली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां दिल्ली पुलिस ने मंगलवार (29 अक्टूबर) को गुरुग्राम में 485 फ्लैट खरीदारों से 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी के आरोप में 38 वर्षीय बिल्डर को गिरफ्तार करने का दावा किया है. इस दौरान दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि वरुण पुरी धोखाधड़ी के कम से कम 45 मामलों में वांछित था और उसकी गिरफ्तारी के लिए 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया था.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि एक अदालत ने धोखाधड़ी के एक मामले में उसे भगोड़ा घोषित किया था. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, वरुण पुरी को 25 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने उससे आगे की पूछताछ की.
जानिए क्या है पूरा मामला?
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूनिवर्सल बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम के सेक्टर-92 में यूनिवर्सल ऑरा के नाम से एक प्रोजेक्ट लॉन्च किया गया था. जहां फ्लैट खरीदारों को साल 2010 तक फ्लैट उपलब्ध कराने का वादा किया था. जिस पर यूनिवर्सल बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक वरुण, उनके भाई विक्रम और उनके पिता रमन ने 485 घर खरीदारों से 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम वसूली. हालांकि, काफी समय बीत जाने के बाद भी कंपनी ने खरीददारों को फ्लैट नहीं दिए.
आरोपी बिल्डरों के खिलाफ EOW ने दर्ज किए 5 केस
इसके बाद खरीदारों ने कंपनी के निदेशकों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में कई मामले दर्ज कराए. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) में भी पांच मामले दर्ज किए गए.
जानिए दिल्ली पुलिस ने आरोपी को कैसे किया अरेस्ट?
फिलहाल, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने वरुण पुरी, विक्रम पुरी और रमन पुरी की गिरफ्तारी पर एक-एक लाख रुपये का नकद इनाम घोषित किया. वहीं, इंदौर में सूत्रों को तैनात किया गया था और वरुण के संभावित ठिकानों पर निगरानी रखी गई. हालांकि, बीते 25 अक्टूबर को उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंदौर से गिरफ्तार कर लिया था.