आपको बता दे कोरबा, सरगुजा और सूरजपुर जिले में लगभग 170000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हसदेव अरण्य के जंगलों से लगभग 4 लाख से ज्यादा पेडो को कोल ब्लॉक के विस्तार के नाम से काटा जा रहा है। जिससे वहां पर रहने वाले 10,000 आदिवासियों के ऊपर विस्थापन का खतरा मण्डरा रहा है। केन्द्र सरकार तो पहले से ही अडानी, अम्बानी के हाथो देश को गिरवी रख रही है. अब उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार भी पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आदिवासियों के लगातार विरोध करने के बावजूद भी अडानी ग्रुप को कोल ब्लॉक आबंटित करना, कांग्रेस की सामंतवादी व पूंजीवादी नीति को जाहिर करती है। बहुजन समाज पार्टी छत्तीसगढ़ प्रदेश इकाई ने मांग किया है कि अपने संवैधानिक अधिकारों का प्रयोग करते हुए आदिवासियों का जल-जंगल-जमीन से जुड़ाव को देखते हुए इस प्रोजेक्ट पर तत्काल रोक लगाने हेतु शासन को निर्देशित करने का कार्य करें।