जब यहां दो कच्चे मकान भरभरा कर गिर गए।मकान गिरने का कारण अंधड़ और हल्की बारिश को बताया जा रहा है,,जिसके चलते वर्षों पुराना मकान कमजोर हो गया था।हालांकि इस बीच घर वाले घर के बाहर बैठे थे।इस वजह से कोई बड़ी घटना दुर्घटना नहीं हुई।लेकिन घटना के बाद मोहल्ले में बड़ी अफरातफरी मच गई।जिसके बाद मौके पर वार्ड के पार्षद रामा बघेल,,नगर निगम सभापति शेख नजीरुद्दीन एवं सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी पहुंचे।जिन्होंने घटना का मुआयना कर सभी को सांत्वना दिया।आपको बता दें कि यहां वर्षों से 995 से भी अधिक परिवार निवासरत है।इस तरह यहां वर्षों पुराने कच्चे मकान भी रख रखाव के आभाव में कमजोर हो चुके हैं।जो कभी भी दम तोड़ सकती है।हालांकि यहां निवासरत अधिकांश परिवारों का नगर निगम की ओर से प्रधानमंत्री आवास आवंटन को लेकर भी रशीद काटा जा चुका है।बावजूद इसके अब तक किसी को भी मकान नगर निगम मुहैया नहीं करा सका है।घटना के बाद जब यहां हड़कम्प का माहौल बना तब मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों ने नगर निगम के आला अधिकारियों से बात करके हेमू नगर बंधवापारा तालाब के पास बने अटल आवास को फकीर मोहल्ले में रहने वाले स्थानीय निवासियों के नाम आवंटित करने की मांग की।जिसके बाद नगर निगम ने भी सहमति जाहिर करते हुए कहा कि हेमू नगर स्थित अटल आवास में 85 मकानें है जहां केवल बिजली का कार्य बाकी है।कार्य पूरा होते ही तालापारा 25 नंबर वार्ड के स्थानीय निवासियों के 85 परिवारों को यहां मकान दे दिया जाएगा।क्षेत्रवासियों की मांग है कि एक अरसे से तालापारा क्षेत्र में निवास कर रहे हैं।यहां भी अटल आवास बनाया जाना है।जहां उन्हें मकान बनने के बाद वापस फिर से बुला लिया जाए।हालांकि क्षेत्रवासियों की इस फैसले पर भी जनप्रतिनिधियों ने सहमति जाहिर की है।बताया जा रहा है कि जिनका मकान गिरा है उन्हें पटवारी पंचनामा के बाद मुआवजा राशि भी दिया जाएगा।आहत हुए लोगों ने जानकारी दिया कि मारने वाला से बढ़कर बचाने वाला होता है।क्योंकि जब घटना घटी तब दोनों परिवार घर के बाहर थे,,शायद इसलिए उनकी जान बच गई। फिलहाल आहत हुए परिवारों ने बताया कि एक के मकान में दहेज का लगभग 1लाख रुपये का सामान था जो क्षतिग्रस्त हुआ है,,वही दूसरे के मकान में लगभग 50हजार रुपये का सामान क्षतिग्रस्त हुआ है।जिसकी मुआवजा की भी मांग आहत हुए परिवार ने शासन प्रशासन से की है।
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