छुरा/बीबीसी लाइव/इमरान मेमन : आज 05 फरवरी आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा कोसमी केे चांसलर डा.विनय अग्रवाल ने प्रदेश की राज्यपाल महामहिम अनुसुईया उईके जी से राजभवन में सौजन्य भेंट की। डा.विनय अग्रवाल ने विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह मे वर्चुअल उपस्थिति हेतु महामहिम का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि विश्वविद्यालय कुलाध्यक्ष द्वारा दिये गये दीक्षांत उद्बोधन से समस्त दीक्षार्थी एवं विश्वविद्यालय परिवार अभिभूत है।
आपने वनांचल एवं आदिवासी तथा जनजाति क्षेत्र में स्थापित इस विश्वविद्यालय से जो भी अपेक्षायें की हैं आईएसबीएम उन पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेगा। डा.अग्रवाल ने महामहिम को बताया कि हमारे विश्वविद्यालय का मूल उद्देश्य केवल शिक्षा प्रदान करना ही नही है वरन अध्येताओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा देना और उन्हे एक बेहतर प्रोफेशनल के रूप में तैयार करना तथा उनके अंदर व्यवसायिक प्रतिभा जागृत करना है। प्रदेश की शिक्षा के विकास पर चर्चा करते हुये उन्होने महामहिम से अनुरोध किया कि वनांचल क्षेत्र होने से यहां पर कृषि आधारित शिक्षा की महती आवश्यकता है अतः विश्वविद्यालय को एग्रीकल्चर से संबंधित पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की जाये। डिप्टी रजिस्ट्रार राकेश तिवारी ने बताया कि महामहिम को विश्वविद्यालय द्वारा कार्पोरेट सोशल रेस्पांसिबिलिटि के तहत् सामाज कल्याण एवं जनचेतना हेतु किये जा रहे कार्यो के बारे में भी अवगत कराया गया।
महामहिम राज्यपाल ने चांसलर डा.विनय अग्रवाल से कहा कि वे स्वयं आदिवासी क्षेत्र से है एवं आईएसबीम विश्वविद्यालय सुदूर वनांचल एवं आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा प्रदान कर रहा है इसे देखकर वे बहुत उत्साहित हैं । उन्होने इस हेतु विश्वविद्यालय प्रबंधन की सराहना की तथा एग्रीकल्चर पाठ्यक्रमो की अनुमति हेतु प्रदेश के शिक्षा मंत्री से चर्चा करने तथा उचित कदम उठाने की बात कही।