भोपाल मे शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
भोपाल । मध्य प्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जोड़ा जा रहा है। इसे आधार से लिंक किया जाएगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली मे राशन का वितरण सही लोगों तक हो सके। इसके लिए इस तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है।
जिन लोगों को राशन दिया जा रहा है। आधार के माध्यम से उनके दस्तावेजों का परीक्षण संभव हो पाएगा। पात्र लोगों को ही राशन दिया जाएगा। पात्र और अपात्र की आसानी से पहचान हो सकेगी। गरीबों के नाम पर अभी जो राशन अपात्र लोग ले रहे हैं। उन पर रोक लगाई जा सकेगी।
अधिकांश जिलों में 75 से 85 फ़ीसदी तक सार्वजनिक वितरण प्रणाली का मुक्त अनाज बट रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गेहूं चावल शक्कर इत्यादि का वितरण किया जाता है। इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है। इसको रोकने के लिए अब एआई की मदद ली जाएगी। एआई तकनीकी के माध्यम से अब सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशन का वितरण होगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे अभी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से शुरू किया जाएगा। बाद में इसे मध्य प्रदेश के सभी जिलों में लागू किया जाएगा।






















