आपको बता दें कि, बलरामपुर जिले के ग्राम गोबरा के सरपंच ने बसंतपुर थाना प्रभारी व दो प्रधान आरक्षकों पर रास्त रोककर जबरन थाने लाकर केश वापसी का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए आईजी से शिकायत कर कार्रवाई हेतु मांग की है। आईजी सरगुजा को दिए शिकायत पत्र में गोबरा सरपंच लाल बहादूर सिंह ने बताया है कि 29 जून को सुबह करीब 8 बजे गाँव से होकर खान लोग 10 नग मवेश लेकर जा रहे थे। जिसे वह गांव के अन्य लोगो के साथ पीछा कर पुछ-ताछ किया तो मवेशी ले जा रहे लोग मवेशी छोड़कर भाग निकले। जिसकी सूचना मोबाईल के माध्यम से बसंतपुर थाना प्रभारी चंदन सिंह को दी गई। सूचना पर थाना प्रभारी द्वारा मौके पर स्टाफ भेजा गया और पुलिस वालों के कहने पर गाँव के लोंगों द्वारा मवेशियों को बसन्तपुर थाना तक पैदल भेजवाया। इसके 02 दिन बाद फोन से थाना प्रभारी के नम्बर पर फोन करके पता करवाया तो पता चला कि थाना प्रभारी द्वारा कोई कार्यवाही नही किया गया है। बल्कि बताया गया कि 06 नग बैल को रसीद देखकर सनावल के यादव को दे दिया गया है तथा शेष बचे 04 नग बैल को आरागाही गौशाला भेज दिया गया है। जिसे जान कर हम लोगों को ऐसा लगा कि इसमें कार्यवाही करना था परंतु कार्रवाई नहीं किया गया। तब इसकी लिखित शिकायत 5/07/2024 को पुलिस अधिक्षक कार्यालय बलरामपुर में किया गया। शिकायत के बाद 9 जुलाई को मुझे रास्ता रोककर थान बसंतपुर के मुंशी पंकज पोर्ते व अशोक नागवंशी द्वारा शिकायत वापस करने के लिए दबाव बनाने लगे और बोले कि साथ चलो तुम्हे थाना में जाना होगा, थाना प्रभारी बुलाय है। मेरे को दोनो मुंशी थाना लेकर आए। जहां प्रभारी कुमार चंदन सिंह के द्वारा बैठाने को कहा गया मैं थाना में बैठा था। इसी दौरान थाना प्रभारी आये और मेरे से बोले कि तुम अपना शिकायत वापस लेलो नही तो झारखण्ड़ के खान लोग इसमें शामिल है, तुम्हारा मर्डर कर देगें। शिकायत कर तुम मुझे बदनाम कर रहे हो ऐसा केश लगाऊगा 10 साल तक जेल में सड़ोगे। इसके बाद मै जो शिकायत किया था उस आवेदन का फोटो खिचें, और शिकायत वापस कराने के लिए आवेदन बनाकर मुझे थाना प्रभारी द्वारा अपनी निजी वाहन से एस०पी कार्यलाय बलरामपुर ले गये। थाना प्रभारी के द्वारा बनाये गये आवेदन पत्र मुझे जबरन हस्ताक्षर कराकर, मेरे को आवेदन के साथ पुलिस अधिक्षक बलरामपुर कार्यलय के सामने खड़ा करवाकर फोटो खीचें, और धमकाते हुए बोले कि इस आवेदन को अन्दर जाकर जमा कर दो। जिसके बाद डर से अन्दर जा कर आवेदन को जमा कर दिया। जिसके बाद थाना प्रभारी अपने साथ वाहन में बैठाकर वापस ग्राम गोबरा छोड़ दियें। 11 जुलाई को अपने काम से वाड्रफनगर आया था इस दौरान मुंशी अशोक नागवंशी मुझे फोन करके पुछा गया कि कहा हो तो मै बताया कि काम से वाड्रफनगर आया हूँ, तब वह मुझे एस०डी०ओ०पी कार्यालय के पास आने को कहा। तब मै एस.डी.ओ.पी कार्यालय गया जहाँ थाना प्रभारी कुमार चंदन सिंह, मुंशी पंकज पोर्त, एवं मुंशी अशोक नागवंशी वही पर थे। थाना प्रभारी के द्वारा सादा पेपर पर हस्ताक्षर करवाया गया, तो मैं बोला कि सादा पेपर में मेरे से क्यू हस्ताक्षर करवा रहे है। तो उनके द्वारा बोला गया कि मेरे काम का है। तुमको नही फसाऊगाँ। उस उक्त घटना से काफी डर गया हूँ, थाना प्रभारी कुमार चंदन सिंह द्वारा मुझे कभी भी झुठा केश में फंसा कर परेशान कर सकता है। सरपंच ने आवेदन पर जांच व कार्रवाई करते हुए न्याय की मांग की है।
बीबीसी लाईव/बलरामपुर रामानुजगंज।
ब्यूरो रिपोर्ट-बीबीसी लाईव,