रायपुर। जिला प्रशासन ने 46 करोड़ रुपये से अधिक का चावल जमा नहीं करने वाले 25 चावल मिलर्स को नोटिस जारी किया है. इन मिलर्स ने दिसंबर 2022 से फरवरी 2023 के बीच धान एकत्र किया था, लेकिन अभी तक 1,166 टन चावल नागरिक आपूर्ति निगम और एफसीआई के गोदामों में जमा नहीं किया है। इस चावल का बाजार मूल्य 46 करोड़ 64 लाख रुपये बताया जा रहा है। इन मिलर्स में तीन उसना चावल के प्रसंस्करण से जुड़े हैं, जबकि शेष 22 अरवा चावल का काम करते हैं। अगर चावल वापस नहीं किया जाता है, तो इन 25 मिलरों के बिजली कनेक्शन काट दिए जाएंगे, साथ ही उनकी सुरक्षा जमा राशि जब्त कर ली जाएगी।
30 सितंबर तक है समय सीमा
धान की खरीद के बाद मिलर्स को चावल जमा करने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया जाता है। करीब आठ महीने का समय दिए जाने के बावजूद अधिकांश मिलर्स समय पर चावल जमा नहीं कर रहे हैं।
बता दें कि, चावल संग्रहण के लिए मात्र एक माह शेष है, फिर भी जिले में 166,000 मीट्रिक टन चावल संग्रहण नहीं हो पाया है। इस वर्ष 17 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी हो चुकी है।
तीन चावल मिलों पर हुई थी छापेमारी
पिछले शनिवार को तीन चावल मिलों पर छापा मारा गया, जिसमें 19,970 क्विंटल धान और 8,100 क्विंटल चावल जब्त किया गया। जब्त किए गए धान और चावल की कुल कीमत लगभग 9.43 करोड़ रुपये आंकी गई है। अभनपुर स्थित निर्मला राइस प्राइवेट लिमिटेड मिल से 3,800 क्विंटल धान और 7,750 क्विंटल चावल जब्त किया गया, जबकि मंदिर हसौद के उमरिया स्थित कमल राइस मिल से 3,600 क्विंटल धान जब्त किया गया। इसके अलावा, आरंग स्थित जरोदा गांव स्थित कान्हा राइस मिल की जांच में 12,570.40 क्विंटल धान और 350 क्विंटल चावल बरामद किया गया।