बिलासपुर। बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में इंजेक्शन लगाने के बाद एक महिला की मौत का आरोप उसके परिजनों ने लगाया है। महिला की मौत के बाद परिजनों ने काफी देर तक अस्पताल में हंगामा किया। इसके बाद कलेक्टर अवनीश शरण ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए एक टीम का गठन किया गया है। जांच टीम अगले तीन दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
शनिवार को कलेक्टर सिम्स पहुंचे और सबसे पहले मेडीसिन वार्ड तीन पहुंचे। यहां महिला की मौत के संबंध में जानकारी ली और कहा कि इसकी जांच रिपोर्ट तय समय पर मुझे मिलनी चाहिए। अस्पताल अधीक्षक डॉ सुजीत नायक ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर जांच कमिटी का गठन कर लिया गया है। समिति ने जांच भी शुरू कर दी है।
कलेक्टर ने अस्पताल में ऐसी व्यवस्था शुरू करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने कहा जिसमें मरीज को केवल एक बार ही पंजीयन काउंटर पर आना पड़े। इसके बाद मरीज को सीधे ही सम्बन्धित विभाग में उपचार के लिए रखा जाए। मरीज के परिजन पंजीयन कक्ष में सारी औपचारिकताएं एक ही बार में पूरी कर सकें। निगम आयुक्त अमित कुमार, अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसके नायक सहित संबंधित अधिकारी भी निरीक्षण में साथ थे।
कलेक्टर ने पूरे अस्पताल में सुबह 7 से 9 बजे, 11 से 0 और शाम को 5 से 6 बजे नियमित साफ सफाई कराने का निर्देश देते कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कैजुअल्टी और गार्डन के पास नाली निर्माण जल्द करने, पीडब्ल्यूडी को बचे हुए टॉयलेट और ड्रेनेज का काम हर हाल में एक हफ्ते में पूरा करने कहा।
यह है पूरा मामला
सिम्स बिलासपुर में इलाज के लिए कुमारी यादव पति बलराम यादव 56 वर्ष को बीते दिनों सिम्स के मेडिकल वार्ड में भर्ती कराया गया था। किडनी में कुछ परेशानी थी साथ ही शुगर भी ज्यादा था। भर्ती होने के बाद भी कुमारी यादव की हालत इतनी गंभीर नहीं थी, लेकिन बीते गुरुवार की शाम सवा सात बजे उसे नर्स ने एक इंजेक्शन स्लाइन के सहारे दिया। इसके कुछ देर बाद ही उसकी हालत बिगड़ने के साथ सांस लेने में तकलीफ होने लगी। उसे बचाने के लिए सीपीआर देने के साथ ही अन्य जीवन रक्षक दवाएं भी दी गई, लेकिन कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।