रायपुर। अक्टूबर से 4% महंगाई भत्ता देने की मुख्यमंत्री की घोषणा पर छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के राज्य समन्वयक वीरेंद्र दुबे, संजय शर्मा, मनीष मिश्रा और विकास राजपूत ने मिली-जुली भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने घोषणा को खुशी और निराशा का मिश्रण बताया, जो दर्शाता है कि शिक्षकों और कर्मचारियों को आंशिक संतुष्टि ही मिली है। उन्होंने दिवाली से पहले 4% महंगाई भत्ता देने के मुख्यमंत्री साय के फैसले का स्वागत किया, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि यह भत्ता 1 जनवरी, 2024 की नियत तिथि से लागू होना चाहिए था।
बता दें कि, इस पर निर्णय नहीं लिया गया है, जिससे शिक्षक और कर्मचारी दोनों ही असंतुष्ट हैं। साथ ही पिछले पांच वर्षों से बकाया महंगाई भत्ते के संबंध में कोई नया निर्देश नहीं दिया गया है, जिससे कर्मचारियों में असंतोष है। नियमित डीए के रूप में दिए जाने वाले 4 प्रतिशत महंगाई भत्ते का प्रावधान दिवाली से पहले दिया जाता है तो इसका स्वागत है।
24 की सामूहिक छुट्टी के साथ हड़ताल रहेगी जारी
शिक्षक संघ ने मोदी सरकार की गारंटी लागू करने के लिए सेवा पूर्व गणना मिशन के तहत हड़ताल की घोषणा की है। 4% महंगाई भत्ते के बारे में आंशिक घोषणा लंबित है, इसलिए मुख्य मुद्दे पर निर्णय होने तक 24 की सामूहिक छुट्टी के साथ हड़ताल जारी रहेगी।