जिसमें विशेष तौर पर सरदार भूपेंद्र सिंह एवं अर्पित नूर जी के निगरानी में बहुत से बच्चो एवम बड़ों ने पगड़ी एवम दुम्माला की शिक्षा ली । सीखो के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंघ जी का आदेश है की हर एक सिख को अपने केशो की संभाल करना है और केश ढकने के लिए सिर पर पग या दुमाला बांधना लाजमी है।
इस शिक्षा को लेते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी समय-समय पर इस तरह के उपराले करवाती है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनदीप सिंह गंभीर अमरजीत सिंह दुआ सुरेंद्र सिंह छाबड़ा जसबीर गांधी गुरमीत सिंह जुनेजा जगदीप सिंह मक्कड़ चरणजीत सिंह गंभीर हेड ग्रंथी भाई मान सिंह जी जगमोहन सिंह अरोरा जोगिंदर सिंह गंभीर नरेंद्र पाल सिंह गांधी , श्री सुखमनी साहिब सर्कल से दलजीत कौर सलूजा,हरमीत कौर ,मनप्रीत कौर,जसमीत कौर,संदीप कौर सभी का सफल योगदान रहा ।