अब्दुल सलाम क़ादरी-प्रधान संपादक
- आरटीआई कार्यकर्ता ने रिकवरी के लिए वन मंत्रालय के समक्ष दर्ज कराया शिकायत.
रायपुर/सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद वन विभाग में करप्शन का जो नंगा नाच किया गया वो किसी से भी नही छुपा। इसी कड़ी में वन परीक्षेत्र रामानुजनगर में पौधा रोपड़ के नाम पर घोटाला किया गया, और इस घोटाले को लेकर हमने उच्चस्तरीय जाँच के लिए शिकायत प्रेषित की गई थी । सूत्र के माध्यम से पता चला है कि वन परीक्षेत्र अधिकारी रामानुजनगर श्री प्रजापति ने शिकायत के सम्बंध में कहा है कि जब मैने तत्कालीन एसडीओ, डीएफओ, सीसीएफ और पीसीसीएफ वन बल प्रमुख को उनके परसेंटेज अनुसार कमीशन दिया है तो कैसे जांच होगी-हम्माम में तो सब नंगे है सबको कमीशन चाहिए?
छत्तीसगढ़ के वन मण्डल सूरजपुर अंतर्गत आने वाले वन परीक्षेत्र रामानुजनगर में असफल वृक्षारोपण 2021 से 2023 तक कराया गया है जिसकी लागत 34553039.12 (तीन करोड़ पचपन लाख तीन हजार उन्तालीस रुपये) खर्च करते हुए 195650 पौधे लगाए गए है।
पौधे लगाने में आने वाले खर्च में सीमेंट के पोल, फेंसिंग वायर, पौधा खरीदी, मजदूरी भुगतान सहित करीब 34 करोड़ रुपये खर्च किये गए है।
इनमे 20 से 30 प्रतिशत पौधे भी जीवित नही है या फिर उन स्थानों पर दिखाई ही नही दे रहे है। कुछ जगहों पर प्लांटेशन अच्छा दिख रहा है, अधिकारियों को उसी जगह का भ्रमण भी कराया जाता है ? और फिर सेवा सत्कार करने का कार्य भी किया जाता है, रेंजर साहब भी खुश और अधिकारी लोग भी खुश?
बांस एक ऐसा पौधा है जो बिना देख रेख के भी अपनी जड़ें जमाये रहता है, फलदार प्लान्टेशनो को 5, 10 साल तक देख रेख की जरूरत होती है, प्लान्टेशनो में पहले साल ही 70 से 90 परसेंट की राशि खर्च कर दी जाती है, बाकी दूसरे तीसरे चौथे साल तो इन प्लान्टेशनो का ऊपर वाला ही मालिक है.?
प्लान्टेशनो में लगने वाली सामग्री की खरीदी में 30 से 40 प्रतिशत की कमीशन खोरी होती है? खाद दवाइयां में जमकर कमीशन खोरी होती है?
प्लान्टेशनो के गड्ढे तैयार करना, फेंसिंग पोल, फेंसिंग वायर की लंबाई, चौड़ाई और उसका वजन और मजदूरी भुगतान -इन सबमे घोटाले किये जाते है ।
कहते है जंगल मे मोर नाचा किसने देखा… तो यहां बताते चलें कि जंगल मे मोर नचवाईयेगा और किसी को पता भी ना चले ये कैसे सम्भव है, रामानुजनगर के जंगलों में मोर नाचा है ये हमने देखा है. और आपने जहां जहाँ मोर नचवाया है हमने वो एक एक जगह देखा है साहब.. और अभी रेंजर साहब “रूट सूट” खरीदी में भी मोर नचवा रहे है?
तो हमने पड़ताल किया तो पता चला की मात्र 20 से 30 परसेंट प्लांट भी जीवित दिखाई नही दे रहा है? या तो 20, 30 प्रतिशत ही प्लांटेशन किया गया है और बाकी राशि का बंदरबांट किया गया है, जो जांच का विषय है? इस सम्बंध में हमने बाकायदा पड़ताल करते हुए वन परिक्षेत्र में जाकर स्थिति का जायजा लिया, स्थानीय निवासियों और अन्य लोगो से पड़ताल भी की, मामला यही शांत नही हुआ लगभग प्लांटेशन में जमकर मलाई खाई गई है, रेंजर से इस मामले में उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उनसे सम्पर्क स्थापित नही हो सका है। वन परीक्षेत्र अधिकारी इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए है?
हमने आरटीआई के माध्यम से 11 आवेदन पत्रों के आधार पर जानकारी मांगी है रेंजर ने धारा 8 और धारा 11 का हवाला देकर बचने का प्रयास किया है, लेकिन जब हमने प्रथम अपील डीएफओ सूरजपुर को किया तो 11 आवेदनों की एक साथ सुनवाई करने के स्थान पर डीएफओ द्वारा 29/07/2024, 31/07/2042, 05/08/2024 को अलग अलग दिन सुनवाई के लिए पत्र जारी किया है यदि डीएफओ चाहते तो एक साथ एक ही रेंजर के विरुद्ध 11 आवेदनों की सुनवाई कर सकते थे? लेकिन उनके द्वारा ऐसा नही किया?

रेंजर को बचाने और उनके घोटाले को छुपाने के लिए पूरा सरगुजा वन वृत्त के अधिकारियों की मिली भगत साफ तौर पर दिख रही है? क्योंकि कही ना कहीं उनका हिस्सा भी रहा होगा।
सीसीएफ सरगुजा वन वृत्त को भी शिकायत भेजी गई थी। उनके द्वारा जांच में शामिल होने के लिए शिकायत करता को मनेन्द्रगढ़ वन मण्डल के मार्फ़त पत्र दिया गया था। लेकिन उक्त जांच आज तक नही हो सकी है?
हमने तीन पन्नो की शिकायत वन एवं पर्यावरण विभाग को प्रेषित किया है ताकि इसकी निष्पक्ष जांच हो सके। मामले को अम्बिकापुर सीसीएफ के द्वारा दबाने का प्रयास किया जा रहा है?
बहरहाल अब देखना यह होगा कि इनके खिलाफ कब जांच होगी और कब तक कार्यवाही होती है…?
श्रीमान रेंजर साहब उपरोक्त जानकारी हमारे पास पहले से ही मौजूद है, दस्तावेजों को छुपाकर क्या करेंगे?? आपके प्लांटेशन अपनी कहानी खुद बयां कर रहे है?
इसी कड़ी में सूरजपुर में डीएमएफ मद के खर्चे के बारे में पूरी पड़ताल करते हुए खबर प्रकाशित की जाएगी……
सूरजपुर और रामानुजनगर रेंज में कैम्पा के नरवा से हुए एक एक कार्यो की पड़ताल जल्द आपके सामने प्रस्तुत की जाएगी.
यदि प्लांटेशन से सम्बंधित किसी आरटीआई एक्टिविस्ट को जानकारी चाहिए तो हमे इस न0 पर वाट्सएप्प के माध्यम से सम्पर्क कर सकता है-9424257566























