रायपुर। प्रदेश में निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति हेतु मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्राथमिकता को देखते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लगातार अपनी पारेषण क्षमता का विस्तार कर रही है। इसी कड़ी में आज ऊर्जा सचिव पी दयानंद के निर्देशानुसार पारेषण कंपनी के प्रबंध निदेशक आर. के. शुक्ला के व्दारा 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र सिल्हाटी के व्दितीय 40 एम.व्ही.ए. ट्रांसफार्मर को ऊर्जीकृत किया गया। इससे 65 गांवों के 20 हजार से अधिक घरेलू व कृषि पंप उपभोक्ताओं को सीधा बेहतर वोल्टेज के साथ विद्युत आपूर्ति हो सकेगी।
यह 132/33 केव्ही उपकेंद्र कबीरधाम जिले के सिल्हाटी गांव में स्थित है, जहां पहले 40 एमव्हीए का एक ट्रांसफार्मर से विद्युत आपूर्ति हो रही थी, वहां 40 एमव्हीए का एक और ट्रांसफार्मर लगने से उपकेंद्र की क्षमता 80 एमव्हीए हो गई है। इस उपकेंद्र की 33 केव्ही की तीन नई लाइनें मड़मड़ा, कुसुमघटा और सारंगपुर निकाली गई है, जिनसे 33 केव्ही के कुसुमघटा, पांडातराई, मड़मड़ा, बैजलपुर, गांगपुर, सारंगपुर लाइन भी ऊर्जीकृत हो गए हैं। इस उपकेंद्र से भविष्य में दो और 33 केव्ही लाइनें संधारित की जाएंगी, जिससे तीन और उपकेंद्र ऊर्जीकृत होंगे।
इस उपकेन्द्र की क्षमता बढ़ने से कबीरधाम जिले के संचा./ सधा. संभाग पंडरिया के अंतर्गत 65 ग्रामों तथा 6 उपकेन्द्रों से जुड़े लगभग 20 हजार विभिन्न श्रेणी के उपभोक्तओं तथा किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। सिल्हाटी उपकेन्द्र के ऊर्जीकरण से 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र डोमसरा के 33 के.व्ही. खरहट्टा फीडर से 2 उपकेन्द्र के भार सिल्हाटी उपकेन्द्र में स्थानांतरित होने से 14 मेगावॉट भार कम होगा तथा 35 ग्रामों के लगभग 6 हजार किसानों को लो-वोल्टेज समस्या से निजात मिलेगी।
इसके साथ ही कवर्धा के 132/33 के.व्ही. उपकेन्द्र से 4 मेगावॉट इस प्रकार कुल 18 मेगावॉट लोड दोनों उपकेन्द्रों से कमी होगी, जिससे खरीफ फसल के समय उपकेन्द्र अतिभारित होने से बचेंगे तथा उपभोक्ताओ को गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी। सिल्हाटी उपकेन्द्र के ऊर्जीकरण से क्षेत्र मे लो वोल्टेज समस्या से निजात मिलेगी। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक सर्वश्री केएस मनोठिया, एमएस चौहान, मुख्य अभियंता डीके तुली, जी. आनंद राव व अविनाश सोनेकर सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।