रायपुर। एसीबी ने छत्तीसगढ़ के कोल लेवी घोटाले में मनीष उपाध्याय को गिरफ़्तार किया है। आपको बताते हैं कि कौन है मनीष उपाध्याय और क्या है मनीष उपाध्याय का कोल लेवी कनेक्शन। दरअसल, मनीष उपाध्याय कोल लेवी की सबसे अहम और नाज़ुक कड़ी है जिसके तार सीधे तौर पर सौम्या चौरसिया और सूर्यकांत तिवारी से जुड़े हैं। मनीष उपाध्याय को सूर्यकांत तिवारी ने सौम्या चौरसिया की सभी तरह की आवश्यकता की पूर्ति और सहयोग के लिए प्लांट किया था।
चूँकि भिलाई की जिस सूर्या रेसीडेंसी में सौम्या चौरसिया रहती थी वहाँ सुरक्षा के इतने कड़े इंतज़ाम थे कि हर बाहरी आने-जाने वाले की एंट्री रजिस्टर में होती थी , जिसके चलते सूर्यकांत ने मनीष उपाध्याय को सूर्या रेसीडेंसी के अंदर ही मकान दिला दिया था ताकि सुरक्षा सम्बन्धी फार्मेलिटी से बचा जा सके। जब-जब सौम्या के घर ईडी का छापा पड़ा तब-तब मनीष के घर की पड़ताल भी हुई और दो-तीन बार मनीष से कड़ी पूछताछ भी हुई, लेकिन ईडी ने मनीष को कभी गिरफ़्तार नहीं किया।
सूत्रों के अनुसार मनीष उपाध्याय , सौम्या का हर तरह का राज़दार और सहयोगी है। मनीष उपाध्याय के पास से केन्द्रीय एजेन्सी को आपत्तिजनक वीडियोज , चैट , सोना , नगदी बरामद हुई थी। यहाँ तक कि सौम्या की मेड की बेटी की शादी में दिये जाने वाले गहनों , गिफ़्ट और ख़र्चों तक का हिसाब मनीष के पास मिला था। मनीष की गिरफ़्तारी से सूर्यकांत, सौम्या और सौम्या के राजनीतिक आका के सम्बन्धों के बारें में नये खुलासे हो सकते हैं । यदि कहा जाए कि कोल लेवी में एसीबी ने ईडी से अच्छा काम किया है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।