जांजगीर। जांजगीर चांपा के कांग्रेस नेता पंचराम यादव ने बीते शनिवार को अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ जहर खा लिया। उनके बड़े बेटे नीरज की उसी दिन सिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। बाकी तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दुर्भाग्य से इलाज के दौरान उनकी हालत और बिगड़ गई और आज रविवार सुबह तीनों की मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला ?
जांजगीर के शारदा चौक निवासी पंचराम यादव ने अपनी पत्नी दिनेश नंदनी यादव और अपने बेटों नीरज यादव (बंटी) और सूरज यादव के साथ 30 अगस्त को एक साथ जहर खा लिया। किसी को अपने घर के बाहर देखने से रोकने के लिए उन्होंने सामने का दरवाजा बंद कर दिया और बाद में पीछे के दरवाजे से वापस आ गए, जिससे दरवाजा भी अंदर से बंद हो गया। सभी ने अपने मोबाइल फोन बंद कर लिए थे। पड़ोस की एक लड़की अक्सर उनके घर आती थी। दोपहर को जब वह उनके घर गई तो उसने देखा कि दरवाजा बंद है, उसने पीछे से आवाज लगाई, लेकिन कोई नहीं आया। फिर वह चली गई। वह दो-तीन बार और दरवाजे के पास गई, लेकिन ताला लटका हुआ देखकर वापस लौट आई। कुछ गड़बड़ होने का आभास होने पर उसने शाम करीब सात बजे आस-पास के लोगों को इसकी सूचना दी। जब पड़ोसी और परिवार के लोग घर के अंदर घुसे तो उन्होंने देखा कि अंदर सभी लोग गंभीर हालत में हैं। उनके मुंह से झाग निकल रहा था और उन्हें उल्टियां भी हुई थीं। आसपास के लोगों की मदद से उन्हें शाम करीब आठ बजे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें उसी रात सिम्स बिलासपुर रेफर कर दिया गया। दुखद बात यह रही कि देर रात सिम्स में पंचराम के सबसे बड़े बेटे नीरज यादव की मौत हो गई। परिवार के अन्य तीन सदस्यों का इलाज बिलासपुर के आरबी अस्पताल में चल रहा था, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। खबरों के मुताबिक परिवार के सभी चार सदस्यों की मौत हो गई है।
कर्ज़े से थे परेशान
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाजार में उनका कर्ज बढ़ गया था। पंचराम अक्सर लोगों से कहते थे कि कर्ज उनके लिए बहुत ज्यादा हो गया है, जिससे वे परेशान हैं। बहरहाल, पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।