बिलासपुर। महादेव सट्टा ऐप से जुड़े कारोबारी सुनील दम्मानी और नीतीश दीवान की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल की अगुवाई वाली बेंच ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। गौरतलब है कि महादेव सट्टा ऐप के मुख्य संचालक सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद उसे दुबई से भारत वापस लाने की कोशिशें चल रही हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस एप्लीकेशन में सबसे बड़े हिस्सेदार सौरभ चंद्राकर बताए जा रहे हैं, जिनके पास 50 प्रतिशत शेयर हैं, जबकि उनके सहयोगी रवि उप्पल के पास 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। इसके अलावा रायगढ़ के शुभम सोनी, अनिल अग्रवाल उर्फ अतुल अग्रवाल और अन्य कारोबारी भी इस मामले में शामिल हैं। वहीं इस ऐप के चलते हवाला के जरिए पैसे के लेन-देन, सट्टेबाजों को पैनल बांटने और कई अन्य अनियमितताओं के चलते 300 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। 70 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई हैं। जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा की जा रही है।
दर्ज FIR में अब तक कुल 19 लोगों के नाम हैं शामिल
इस मामले से जुड़ी दर्ज FIR में अब तक कुल 19 लोगों के नाम शामिल हैं। महादेव बेटिंग ऐप मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में सुनील दम्मामी, नीतीश दीवान, अनिल दम्मामी, चंद्रभूषण वर्मा, असीम दास, भीम सिंह, अर्जुन यादव समेत कई अन्य शामिल हैं।