रायपुर: देवेंद्र नगर में मंगलवार को चायनीज मांझे की वजह से एक गंभीर हादसा हुआ, जिसमें एनआईटी के छात्र आदित्य बाजपेयी (19) गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना शाम 4:30 बजे के आसपास हुई, जब छत पर पतंगबाजी कर रहे युवकों की पतंग सड़क पर फंस गई थी। वे पतंग को खींचकर निकाल रहे थे, इसी दौरान मांझा सड़क के पार करीब छह फीट की ऊंचाई पर तना हुआ था।
आदित्य बाजपेयी अपने दोस्त संजीत कुमार के साथ बाइक से यात्रा कर रहे थे, तभी यह पतंग का मांझा उनके गले में फंस गया। बारीक चायनीज मांझा दिखाई नहीं दिया और गले में फंसने के कारण आदित्य गिर पड़े, जिसके बाद उनके गले से खून बहने लगा। वे तुरंत अस्पताल ले जाए गए, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों को पांच टांके लगाने पड़े। डॉक्टर संदीप दवे ने बताया कि छात्र की हालत अब खतरे से बाहर है, हालांकि उसे गंभीर चोट आई थी।
यह घटना उस चायनीज मांझे के कारण हुई है, जो राजधानी रायपुर में प्रतिबंधित होने के बावजूद खुलेआम बेचा जा रहा है। प्रशासन ने चायनीज मांझे पर पाबंदी लगाई थी, क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है। बावजूद इसके, यह मांझा बाजारों में उपलब्ध है और कई लोग इसका उपयोग कर रहे हैं।
आदित्य बाजपेयी ने बताया कि उसे टूर के लिए बाहर जाना था। जिसके लिए वह शॉपिंग करके अपने दोस्त के साथ वापस लौट रहा था। वह जैसे ही देवेंद्र नगर ओवर ब्रिज के नीचे पहुंचा तो उसके गले में कुछ कर फंसा, उसे लगा कि शायद मच्छर ने काटा है। वह आज जैसे ही आगे बढ़ा तो गला कस गया, जिससे दोनों बाइक समेत गिर पड़े। जब उसके दोस्त ने ध्यान से देखा तो उसके गले में धागा फंसा हुआ था जिसे निकालने की कोशिश की तो खून की धार निकल पड़ी, जिससे वह घबरा गया। हालांकि उसके दोस्त संजीव ने उसे संभाला और पास ही के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। आदित्य के अनुसार, घटना के बाद वह घबराए हुए थे, लेकिन अस्पताल में इलाज के बाद उनकी स्थिति बेहतर हो गई।
इस घटना ने एक बार फिर से चायनीज मांझे पर पाबंदी को लेकर सवाल उठाए हैं। रायपुर के बूढ़ापारा इलाके के व्यापारी दावा करते हैं कि वे चायनीज मांझा नहीं बेचते, बल्कि स्थानीय स्तर पर कांच से रंगे हुए मांझे तैयार किए जाते हैं, जो तेज होते हैं। पतंगबाजी का शौक रखने वालों में इस प्रकार के मांझे की मांग बढ़ रही है, जिससे यह हादसा हुआ।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है, ताकि इस प्रकार के हादसों से बचा जा सके।