नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी हार का ठीकरा इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर फोड़ते हुए चुनाव आयोग द्वारा उसकी आपत्तियों को खारिज किए जाने के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल और अन्य नेताओं ने मिलकर यह याचिका एडवोकेट केसी भाटिया के माध्यम से प्रस्तुत की।
कांग्रेस ने दावा किया है कि उसे विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करनी चाहिए थी, लेकिन रातों-रात परिणाम बदल गए। चौधरी उदयभान ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने प्रशासनिक शक्तियों का दुरुपयोग किया है। दलाल की अध्यक्षता वाली एक विशेष समिति के सामने कई नेताओं ने चुनाव में गड़बड़ी के सबूत पेश किए हैं।
कांग्रेस का कहना है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में EVM की बैटरी 90 प्रतिशत से अधिक थी, वहां कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, जबकि भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। उदयभान ने EVM में हैकिंग के आरोप को दोहराते हुए कहा कि चुनाव परिणाम घोषित होने से पहले ही पार्टी के प्रदेश प्रभारी को पता चला था कि कांग्रेस 14 सीटें हारेगी, जोकि इस बात का संकेत है कि चुनाव में गड़बड़झाला हुआ है।
हाई कोर्ट में दायर की गई याचिका को स्क्रूटनी के लिए प्रस्तुत किया गया है, और इस पर पांच दिसंबर को निर्णय लिया जाएगा। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि कई सीटों पर हार का अंतर बेहद कम रहा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताओं का खेल चल रहा था।
अब, सभी की निगाहें 5 दिसंबर को हाई कोर्ट द्वारा आने वाले निर्णय पर हैं, जो कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।