रायपुर। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत चार राज्यों से जुड़े ड्रग्स माफिया पर बड़ी कार्रवाई हुई है। बीतें दिनों बिलासपुर पुलिस ने ड्रग्स माफिया सुच्चा की 2.05 करोड़ की संपत्ति अपने कब्जे में ले ली है। खास बात ये है कि, इसे पुलिस ने महज 12 दिन में ढूंढ निकाला है। इस तरह देशभर में ड्रग्स माफिया पर यह अब तक की सबसे तेज कार्रवाई है।
एसपी रजनेश सिंह ने बताया है कि, सुच्चा उर्फ संजीव सिंह छाबड़ा का नेटवर्क छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में फैला था। प्रदेश के सभी बड़े जिलों में यह नंशीली दवाओं की सप्लाई करता था। पुलिस से बचने के लिए वह सीधे छोटे सप्लायरों से पैसे नहीं लेता था। सप्लायर भाटापारा में ब्रजलाल कुर्रे उर्फ बुगाला और रायपुर, जबलपुर के सप्लायरों को भेजे जाते थे। यहां से रुपए सुच्चा के खाते में जमा कराए जाते थे।
यही वजह है कि, पुलिस सिर्फ ऊपर के दो से तीन आरोपियों तक ही पहुंच पा रही थी। एंड-टू-एंड कार्रवाई में पुलिस सुच्चा तक पहुंची। सुच्चा की गिरफ्तारी के बाद नशीली दवा की सप्लाई करने वाले एक बड़े नेटवर्क का भांडा फूटा। सुच्चा को ड्रग्स सप्लाई कहां से होती थी। अपनी कंपनी का टैक्स भी नशे से कमाए रुपयों से भरा सुच्चा ने काली कमाई को सफेद दिखाने के लिए छाबड़ा कंस्ट्रक्शन के नाम से कंपनी बनाई थी। इस कंपनी का वह सालाना 5 लाख रुपए टैक्स भी भर रहा था, लेकिन यहां राजनांदगांव में जल जीवन मिशन में 50 लाख का टेंडर ड्रग्स से कमाई के लिए सुच्चा ने राजनांदगांव में जल जीवन मिशन में 50 लाख रुपए का टेंडर हासिल किया था। काम के एवज में उसे संबंधित विभाग से 50% से ज्यादा राशि भुगतान भी हो चुकी है। पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ। सुच्चा के खाते से कुल 3 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन भी मिला है। शेयर में 70 लाख रुपए से ज्यादा के निवेश थे। इसमें से करीब 5 लाख रुपए जब्त किए गए हैं, वहीं यह टैक्स ड्रग्स की कमाई से भरा। इससे उसकी कंपनी भी बेनामी हो गई। जहां उसने ऑफिस दर्शाया था।