HMPV: गुजरात के अहमदाबाद शहर में 80 वर्षीय बुजुर्ग में मानव मेटाप्नेमोवायरस (HMPV) के संक्रमण की पुष्टि हुई है. यह वायरस न केवल बच्चों, बल्कि बुजुर्गों के लिए भी खतरनाक साबित हो रहा है. 80 साल के बुजुर्ग में अहमदाबाद में इलाज के दौरान यह संक्रमण पाया और फिलहाल वह एक निजी अस्पताल में इलाज करा रही हैं.
इसके अलावा लखनऊ के कैंट क्षेत्र की निवासी 60 वर्षीय महिला की गुरुवार को एचएमपीवी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसके बाद बुधवार रात 11 बजे उन्हें सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया,
HMPV के बढ़ रहे हैं मामले
देश के अलग अलग राज्यों में HMPV के मामलों में तेजी देखी जा रही है. 6 जनवरी को गुजरात में HMPV का पहला मामला सामने आया था, जब राजस्थान के एक 2 महीने के बच्चे में इस वायरस की पुष्टि हुई थी. बच्चे का इलाज किए जाने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. इसके बाद, अहमदाबाद में 80 वर्षीय बुजुर्ग के संक्रमित होने की खबर आई है. इसके अलावा, साबरकांठा जिले के हिममतनगर शहर में एक 8 वर्षीय लड़के के वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि भी हुई है. वह इस समय निजी अस्पताल के आईसीयू में वेंटिलेटर पर है.
बच्चों और बुजुर्गों को खतरा
HMPV वायरस बच्चों और बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है. बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और बुजुर्गों की शारीरिक स्थिति पहले से कमजोर होती है, जिससे वे गंभीर संक्रमण का शिकार हो सकते हैं. इस संक्रमण के कारण, अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति बन सकती है, जैसे कि अहमदाबाद में और हिममतनगर में देखने को मिला है.
HMPV के लक्षण
HMPV वायरस 2001 में पहली बार पहचाना गया था और यह पैरामिक्सोवायरस परिवार से संबंधित है, जो रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) के बहुत करीब है. यह वायरस मुख्य रूप से सांस के द्वारा फैलता है, जैसे खांसने या छींकने से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स के संपर्क में आने से. इसके अलावा, संक्रमित सतहों को छूने से भी यह फैल सकता है. HMPV के संक्रमण के प्रमुख लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, और गले में खराश शामिल हैं. यदि यह वायरस गंभीर रूप से शरीर पर असर डालता है, तो यह अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति तक पहुंच सकता है, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों में.