प्रयागराज। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक जमावड़ा यानी महाकुंभ सोमवार को पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पहले प्रमुख स्नान अनुष्ठान के साथ शुरू हो गया्। ये महाकुंभ 12 साल के बाद आयोजित हो रहा है। हालांकि संतों का दावा है कि इस आयोजन के लिए खगोलीय परिवर्तन और संयोजन 144 वर्षों के बाद हो रहे हैं जो इस अवसर को और भी ज्यादा शुभ बना रहे हैं। शायद इसीलिए उत्तर प्रदेश सरकार को भरोसा है कि इस बार महाकुंभ में 35 करोड़ श्रद्धालु आएंगे। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम स्थल पर होने वाले आस्था के इस महा आयोजन में अगले 45 दिनों के दौरान अध्यात्म के अनेक रंग बिखरेंगे।
इसे लेकर यूपी के DGP प्रशांत कुमार ने कहा कि महाकुंभ 2025 का जो प्रथम स्नान है वो सुबह ब्रह्म मुहूर्त से शुरू हो चुका है और अभी तक लगभग 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम क्षेत्र में स्नान किया है। हमने सभी चीजों की व्यवस्था की, संगम में अभी भी भीड़ जारी है। सभी तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिनमें से कई तकनीकें नई है। एक अनुमान के मुताबिक महाकुंभ की औपचारिक शुरुआत से दो दिन पहले शनिवार को रिकॉर्ड 25 लाख लोगों ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई। अधिकारियों के मुताबिक यह एक भव्य महाकुंभ होगा, जिसमें दिव्यता और आध्यात्मिकता के साथ-साथ आधुनिकता भी दिखाई देगी क्योंकि यह एक तरह का ‘डिजिटल-महाकुंभ’ भी होगा, जिसमें एआई का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाला महाकुंभ भारत की प्राचीन सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं को वैश्विक स्तर पर प्रमुखता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा था कि महाकुंभ भारत की समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण है। यह आयोजन दुनिया भर के लोगों को अपनी प्राचीन परंपराओं और सांस्कृतिक जड़ों से फिर से जुड़ने का मौका देता है।
पीएम मोदी बोले- महाकुंभ का आरंभ, देश के हर कोने में उत्सव का माहौल
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन बहुत ही खास है, आज देश के हर कोने में उत्सव का माहौल है। आज से ही प्रयागराज में महाकुंभ का आरंभ हो रहा है। करोड़ों लोग वहां स्नान के लिए उमड़ रहे हैं। आज पंजाब समेत पूरा उत्तर भारत लोहड़ी मना रहा है। मैं सभी लोगों के मंगल की कामना करता हूं। साल का समय चिल्लई कलां का होता है, 40 दिनों तक आप इसका डटकर सामना करते हैं।