Budget 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा बजट आम बजट 1 फरवरी को पेश किया जाना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक बार फिर देश की जनता के लिए अपना पिटारा खोलेंगी. इस बार आम बजट से लोगों को काफी उम्मीद है. पीएम मोदी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि वो भारतीय रेलवे सेवा को अपने कार्यकाल में और भी बेहतर करेंगे. जिसके कारण इस बार बजट में इंडियन रेलवे पर सरकार के पैसे खर्च होने की उम्मीद की जा रही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार रेलवे बजट में तीन लाख करोड़ रुपये का आवंटन हो सकता है. जो की पिछले बजट के मुकाबले में लगभग 20 प्रतिशत से भी ज्यादा है. अगर ऐसा होता है तो भारतीय रेलवे यात्रियों के अच्छे दिन आ सकते हैं. हालांकि रेलवे के अलावा टैक्स के नियमों, महिलाओं, किसानों और हेल्थ सेक्टर को लेकर भी काफी उम्मीद है.
भारतीय रेलवे को मिलेगी मजबूती
पीएम मोदी भारतीय रेलवे को और मजबूती देने की कोशिश में लगातार लगे हैं. हालांकि इसके वावजूद देश में पिछले साल कई रेल घटनाएं घटी. जिसे सही करने के लिए सरकार इस बार रेलवे पर भारी खर्च कर सकती है. वित्त मंत्री द्वारा अगर रेलवे को तीन लाख करोड़ रुपये का बजट मिलता हैं तो इन पैसों का इस्तेमाल रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को और भी ज्यादा बेहतर बनाने के लिए किया जाएगा. इसके अलावा स्टेशनों का अपग्रेडेशन भी किया जाएगा. कई सालों से लंबित रेलवे ट्रैक के भी काम किए जाएंगे, साथ ही कई नए रेलवे ट्रैक भी बिछाया जा सकता है. सरकार के इन पैसों से और भी नई ट्रेनें शुरू की जा सकती है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मोदी सरकार 2027 तक 68,000 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बढ़ाने वाली है. इसके अलावा 400 से भी अधिक वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी.
यहां खर्च होंगे बजट के पैसे
भारतीय रेलवे की सेवा को यात्रियों के लिए और भी बेहतर बनाने के लिए अभी भी सरकार द्वारा कई प्रोजेक्ट्स चलाए जा रहे हैं. जिसके तहत ट्रेनों में सुरक्षा कवच लगाने का भी काम किया जा रहा है. जिससे की देश में ट्रेन हादसों पर लगाम लग सके. इसके अलावा रेलवे को उन सभी पीछड़े गांवों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है, जहां तक अभी भी रेलवे का विस्तार नहीं हो पाया है. इन सभी प्रोजेक्ट्स में सरकार के और भी पैसों की जरूरत है, जो की इस बजट में मिल सकता है. देश में 10 वंदे भारत स्लीपर और 100 अमृत भारत ट्रेनों को शुरू करने का काम किया जा रहा है. जिससे की ज्यादा से ज्यादा यात्री कम परेशानी के साथ रेलवे यात्रा कर पाएं.