विधानसभा चुनावों में महायुति की जीत के दो दिन बाद रश्मि शुक्ला को फिर से महाराष्ट्र पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया गया है. विधानसभा चुनावों में महायुति की जीत के एक दिन बाद रविवार को शुक्ला ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी. जो निवर्तमान सरकार में गृह विभाग संभाल रहे हैं. फडणवीस के कार्यालय ने कहा कि चुनाव के बाद यह शिष्टाचार भेंट थी.
पहले तबादला
चुनाव आयोग ने इस महीने की शुरुआत में 4 नवंबर को महाराष्ट्र की डीजीपी रश्मि शुक्ला का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया था. चुनाव आयोग ने शुक्ला को अस्थायी रूप से तबादला कर दिया था, जब कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि उन्होंने विपक्ष के खिलाफ स्पष्ट पक्षपात दिखाया है, उन्होंने बताया कि उन पर अवैध फोन टैपिंग का आरोप है.
आईपीएस अधिकारी संजय कुमार
चुनाव के लिए शुक्ला को अस्थायी रूप से पद से हटाए जाने के बाद आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा को महाराष्ट्र का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया.
1988 बैच की आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला राज्य की पहली महिला पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रही हैं. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें फडणवीस की चहेती अधिकारी माना जाता है और वह राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) की आयुक्त के रूप में काम कर चुकी हैं.
2015 में कम्युनिस्ट नेता हत्या केस की जांच
वर्मा ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व किया था, जिसने 2015 में कम्युनिस्ट नेता और तर्कवादी गोविंद पानसरे की हत्या की जांच की थी. चुनाव आयोग ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे शुक्ला का प्रभार कैडर के अगले सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को सौंप दें. मुख्य सचिव को डीजीपी के पद पर नियुक्ति के लिए मंगलवार दोपहर तक तीन आईपीएस अधिकारियों का पैनल भेजने का भी निर्देश दिया गया. चुनाव आयोग ने पैनल पर विचार किया और वर्मा के नाम को मंजूरी दी तथा राज्य सरकार ने उन्हें महाराष्ट्र का डीजीपी नियुक्त किया.