शमीम अख़्तर हाशमी की रिपोर्ट
महराजगंज l मदरसा जामिया रज़वीया नूरुल उलूम सिविल लाइन महराजगंज के पुर्व छात्रों द्वारा दिनांक 2 अप्रैल 2025 को इजहारे तशक्कूर के प्रोग्राम को नूरी जामा मस्जिद के अहाते में आयोजित किया गया l मदरसा के पुर्व छात्र जिन्होंने जामिया से तालीम हासिल कर पिछले कई साल पहले फरागत हासिल करते हुए उ. प्र. के विभिन्न जिले और इलाकों में अपना शिक्षण कार्य ( दर्स व तदरीस का काम ) कर रहें हैं, उनके द्वारा यह आयोजन मौलाना अल्हाज मोहम्मद मोईनुद्दीन कादरी साहब पुर्व प्रधानाचार्य जामिया हाजा की अध्यक्षता में किया गया l
इस प्रोग्राम को सम्बोधित करते हुए मौलाना शहाबुद्दीन कार्यवाहक प्रधानाचार्य जामिया हाजा ने कहा कि जामिया के हमारे ऐसे पुराने छात्र जो जामिया से फ़ारिग होकर विभिन्न इलाकों में अपनी दीनी खिदमात दे रहें हैं उन्हें चाहिए कि वह मेहनत और ईमानदारी से अपना काम करें जिससे उनका नाम रौशन हो l वही दूसरी तरफ मौलाना मुफ़्ती अमज़द अली ने भी सभी उपस्थित जामिया के पुराने छात्रों को ख़िताब करते हुए कहा आप लोग जहाँ कही भी रहें ईमानदारी से इल्मे दीनिया के काम को अंजाम देते रहें और साथ ही साथ अपने इस मादरे इल्मी का भी ख्याल रखें l इस इजहारे तशक्कुर के मौके पर जामिया के वरिष्ठ शिक्षक जनाब हाजी सैफुददोजा ने भी अपने सम्बोधन में कहा कि बच्चों आप अपने अच्छे एवं नेक कार्यकरदगी से अपना व अपने माँ – बाप का नाम रौशन करो और अपने गुरुजनों ( उस्ताद हजरात ) का हमेशा अदब के साथ इज्जत किया करो, कभी भी किसी उस्ताद को कोई शिकायत का मौका मत देना l जामिया में रहते हुए आपने जो इल्म सीखा है, उसका खूब प्रचार व प्रसार करते रहें और कभी भी सब्र का एवं सच का दामन मत छोडें तथा हर गलत एवं हराम काम से बचें l हमेशा नेक काम करते रहें जिससे आपके साथ – साथ आपके इस मादरे इल्मी का भी नाम लोग समाज में अच्छे ढंग से याद करें l
जामिया रज़वीया के पुर्व छात्रों को सम्बोधित करते हुए जामिया के मैनेजर जनाब शमसुलहुदा खां ने भी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें अपनी दुआओं से नवाज़ा l जामिया के पुराने छात्रों ने जामिया हाजा के सभी शिक्षकणों को माला पहनाकर उनका स्वागत / खैरमकदम कर उनसे दुआएं हासिल की l इस मौके पर जामिया के शिक्षकों में क्रमशः मौलाना शहाबुद्दीन, हाजी सैफुददोजा, मौलाना अमज़द अली, कारी इरशाद अहमद, कारी जावेद अहमद, सदरे आलम, नूर आलम एवं हाजी असलम खां ( लिपिक ) आदि मौजूद रहे l इस प्रोग्राम को आयोजित कराने में जामिया के दर्जा हिफ्ज के पुर्व छात्र रहे हाफिज हसमुद्दीन, हाफ़िज मोहम्मद अली एवं हाफिज वहीदुज़्ज़मां इत्यादि का विशेष योगदान रहा l
हमारे संवाददाता से बात करते हुए मदरसे के सीनियर अध्यापक हाजी सैफुद्दोजा ने यह सारी जानकारी दी है।
