छत्तीसगड़ प्रदेश काँग्रेस कमेटी विधिविभाग के महामंत्री एवं सरगुजा संभाग के प्रभारी राजेश दुबे अधिवक्ता ने कहा कि भाजपा राज में छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है,बलौदाबाजार जिले में एक वर्ग के सरकार के विरुद्ध उपजे आक्रोश से जिले के एसपी कलेक्टर का कार्यालय आगजनी का शिकार हुआ, इसी तरह गृहमंत्री के जिले में कवर्धा के लोहारीडीह में हुए गुटीय संघर्ष में आगजनी और हत्याकांड की घटना हुई,पुलिस हिरासत में प्रशांत साहू नामक युवक की पुलिस के बर्बरता पूर्वक पिटायी से मृत्यु हो गई युवक के पूरे शरीर में पिटायी से चोट के निशान पाए गए,मृतक युवक प्रशांत साहू के माँ का आरोप है कि उसे नग्न करके एवं उसके द्वितीय पुत्र को भी पुलिस हिरासत में बुरी तरह पीटा गया उसके एवं उसके द्वितीय पुत्र के पूरे शरीर में गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं इसी तरह पुलिस हिरासत में लिए गए कई युवक पुलिस की बर्बरता पूर्वक पिटायी से चलने फिरने में असमर्थ हो गए हैं, लगभग 34 पुरुष एवं 33 महिलाएँ पुलिस पिटायी से ज़ख़्मी हुए हैं। कसडोल के ग्राम छरछेद में एक ही परिवार के चार सदस्यों की अंधविश्वास के चलते हत्या हो गई, भिलाई अंतर्गत शुभम सिंह नामक युवक द्वारा जामूल थाना की पुलिस पर आरोप लगाया गया कि उसे पुलिस वालों ने रातभर थाने में बंद करके बेदम पिटायी की गई है। इसी तरह पूरे छत्तीसगड़ में जंगलराज चल रहा है कानून व्यवस्था नाम की कोयी चीज नहीं है । पत्रकार तक सुरक्षित नहीं सरकार को आइना दिखाने पर उन्हें झूठे प्रकरणों में फसा दिया जाता है अथवा बुलडोजर से उनका कार्यालय जमींदोज़ कर दिया जाता है ।
श्री दुबे ने साय सरकार को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री से प्रदेश की कानून व्यवस्था सँभल नहीं रही है उन्हें नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए । श्री दुबे ने आगे कहा कि मा भूपेश बघेल जी की काँग्रेस सरकार में प्रदेश में कानून का राज था,अमन चैन था जनता खुश थी ।
भवदीय
राजेश दुबे अधिवक्ता
महामंत्री
प्रभारी सरगुजा संभाग
छत्तीसगढ़ प्रदेश काँग्रेस कमेटी विधिविभाग