प्रियंका गांधी वाड्रा आज संसद सदस्य के रूप में शपथ लेंगी. उन्होंने हाल ही में केरल के वायनाड से उप चुनाव जीतकर संसद में जगह बनाई है. जब प्रियंका शपथ लेंगी, तब उनके भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी भी वहां मौजूद होंगे, क्योंकि वे दोनों भी संसद के सदस्य हैं. शपथ लेने के बाद प्रियंका गांधी उन नेताओं में शामिल हो जाएंगी जिनके परिवार का एक सदस्य संसद के किसी न किसी सदन का हिस्सा है.
कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी ने हाल ही में वायनाड लोकसभा उपचुनाव में एक बड़ी जीत हासिल की है. दरअसल यह चुनाव राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने के बाद हुआ था, और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने इस सीट पर चुनाव लड़ा. प्रियंका गांधी का खुद का करीब साढ़े तीन दशक का राजनीतिक अनुभव है लेकिन यह उनका पहला चुनाव था. प्रियंका ने वायनाड में माकपा के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को चार लाख से ज्यादा वोटों से हराया है.
प्रियंका गांधी का जन्म कब हुआ था?
प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी, 1972 को दिल्ली में हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा की शुरुआत देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल से की थी लेकिन 1984 में इंदिरा गांधी की मौत के बाद सुरक्षा कारणों से उनकी पढ़ाई बीच में रुक गई. इसके बाद प्रियंका ने दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से 1989 तक अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की. प्रियंका ने 1993 में दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री ली. इसके बाद, 2010 में उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ संडरलैंड, यूके से दूरस्थ शिक्षा के जरिए बौद्ध अध्ययन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया है.
कब हुई थी प्रियंका गांधी की शादी?
साल 1997 में प्रियंका गांधी ने दिल्ली के व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा से शादी की. दोनों ने 12 साल तक दोस्ती करने के बाद शादी का फैसला किया. प्रियंका गांधी के दो बच्चे हैं – एक बेटा, रेहान वाड्रा और एक बेटी, मिराया वाड्रा.
प्रियंका गांधी राजनीतिक करियर!
- प्रियंका गांधी ने सक्रिय राजनीति में काफी देर से कदम रखा. इससे पहले वह केवल अपनी मां सोनिया गांधी और भाई राहुल गांधी के लिए चुनाव प्रचार करती थीं. 2004 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका अपनी मां सोनिया गांधी के चुनाव अभियान की प्रभारी थीं और अपने भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रचार में भी मदद की थी.
- 2022 में उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने प्रियंका गांधी के नेतृत्व में लड़ा. प्रियंका ने इस चुनाव में 40% टिकट महिलाओं को दिए, जिससे वह चर्चा में आईं. साथ ही, उन्होंने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ अभियान शुरू कर महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया. हालांकि, इन सभी प्रयासों के बावजूद कांग्रेस पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों पर ही सफलता मिली.
- 17 जून 2024 को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रियंका गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने का ऐलान किया. दरअसल, 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों से चुनाव लड़ा था. उन्होंने दोनों सीटों पर जीत हासिल की लेकिन इसके बाद उन्होंने रायबरेली सीट को चुना और वायनाड सीट खाली हो गई इस कारण वहां उपचुनाव करवाए गए, जिसमें प्रियंका गांधी कांग्रेस का चेहरा बनीं.
कितने वोटों से मिली प्रियंका को जीत?
बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अब सक्रिय संसदीय राजनीति में कदम रख लिया है, और इसका फैसला वायनाड के मतदाताओं ने उप चुनाव में किया है. वायनाड सीट पर हुए उपचुनाव में प्रियंका गांधी ने 4,10,931 वोट से जीत हासिल की. प्रियंका को कुल 6,22,338 वोट मिले. माकपा के सत्यन मोकेरी दूसरे नंबर पर रहे, जिन्हें 2,11,407 वोट मिले. वहीं, भाजपा की नाव्या हरिदास तीसरे नंबर पर रही, जिन्हें 1,09,939 वोट मिले.