Maharashtra CM Race: महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारे में इस समय सबसे बड़ा सवाल यह है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा. एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री पद की दौड़ से खुद को अलग करने के बाद भी सस्पेंस बरकरार है. हालांकि शिंदे ने साफ कर दिया है कि अगला मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का होगा और वह उसे समर्थन देंगे, लेकिन बीजेपी ने अब तक अपने मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान नहीं किया है.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री नाम पर सस्पेंस क्यों?
एकनाथ शिंदे के बयान के बाद, यह तो तय हो गया है कि मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा. ऐसे में सबसे प्रबल दावेदार देवेंद्र फडणवीस माने जा रहे हैं. लेकिन अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, या महाराष्ट्र प्रभारी भूपेंद्र यादव ने फडणवीस के नाम पर मुहर नहीं लगाई है.
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का रिकॉर्ड देखा जाए तो यह साफ होता है कि मुख्यमंत्री का चेहरा चुनने में पीएम मोदी और अमित शाह हमेशा अप्रत्याशित फैसले लेते आए हैं. ऐसे में महाराष्ट्र में भी कुछ नया देखने को मिल सकता है.
बीजेपी का सियासी खेला
बीजेपी का इतिहास दिखाता है कि पार्टी अक्सर उन चेहरों को मुख्यमंत्री बनाती है, जिनके नाम की कम ही संभावना होती है.
1. मध्य प्रदेश: शिवराज सिंह चौहान के रहते हुए चुनाव हुआ, लेकिन जीत के बाद मुख्यमंत्री बने मोहन यादव.
2. छत्तीसगढ़: रमन सिंह बीजेपी का सबसे बड़ा चेहरा थे, लेकिन मुख्यमंत्री बने विष्णुदेव साय.
3. राजस्थान: वसुंधरा राजे ने चुनाव में पार्टी की कमान संभाली, लेकिन मुख्यमंत्री बने भजन लाल शर्मा.
4. हरियाणा: नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में चुनाव हुआ और जीत के बाद भी वही मुख्यमंत्री बने.
2014 के चौंकाने वाले फैसले
महाराष्ट्र में 2014 के चुनावों के बाद बीजेपी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया, जो गैर-मराठा नेता थे. उसी साल झारखंड में रघुवर दास (गैर-आदिवासी) और हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर (गैर-जाट) को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने बड़ा सियासी प्रयोग किया था. इन प्रयोगों के चलते पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की आलोचना भी हुई, लेकिन बाद में ये फैसले सफल साबित हुए.
महाराष्ट्र में नई रणनीति की संभावना
बीजेपी ने इस बार 132 सीटों के साथ बड़ी जीत हासिल की है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी आलाकमान मुख्यमंत्री पद के लिए किसे चुनता है. यह भी संभव है कि बीजेपी फिर से कोई अप्रत्याशित चेहरा पेश करे, जो सियासी समीकरणों को नई दिशा दे.
महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक और बीजेपी की रणनीति का अगला कदम क्या होगा, इस पर पूरे देश की नजरें टिकी हैं.