रायपुर। आज सोमवार को विष्णु देव साय सरकार अपना दूसरा बजट पेश करेगी. वित्त मंत्री ओपो चौधरी दूसरा बजट पेश करेंगे.इसके पहले ओ पी चौधरी ने 9 फरवरी 2024 को बजट पेश किया था. पिछला बजट पेपरलेस बजट था. पिछले बजट में 1 लाख 47 हजार 500 करोड़ का था. बजट मेंं मोदी की गारंटी और छत्तीसगढ़ को 2047 तक विकसित राज्य बनाने का वादा किया गया था.
पिछले बजट को वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अमृत काल के नींव का बजट बताया था. ओपी चौधरी ने 1 नवंबर 2024 तक अमृतकाल , छत्तीसगढ़ विजन 2047 का दस्तावेज तैयार करने की घोषणा की थी. वित्त मंत्री ने कहा था कि इस विजन के लिए पहले मध्यावधि राज्य की जीएसडीपी को अगले 5 साल में दोगुना करना है. 2028 तक जीएसडीपी को 5 लाख करोड़ से बढ़कर 10 लाख करोड़ का लक्ष्य है.
पिछले साल के बजट को GYAN नाम दिया गया था
पिछले बजट को ज्ञान( GYAN) का बजट कहा गया था. ज्ञान( GYAN) से तात्पर्य था G-गरीबी, Y-युवा, A-अन्नदाता और N-नारी. इनके लिए इस बजट में 50 करोड़ की योजनाओं की घोषणा की गई थी. गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी की थीम पर आधारित पिछला बजट 10 स्तंभों पर खड़ा था. जिसमें रिफॉर्म, तीव्र आर्थिक विकास, अधिक से अधिक पूंजीगत व्यय करने, प्राकृतिक संसाधनों के उचित उपयोग और सेवा के क्षेत्र में नई संभावनाओं के साथ ही बस्तर, सरगुजा, निजी निवेश और छत्तीसगढ़ी संस्कृति विकास पर जोर दिया गया था.
वित्त मंत्री ने मोदी की 11 गारंटी को पूरा करने का भी वादा किया था. पिछले बजट में पीएम आवास योजना को 8,359 करोड़ ,महतारी वंदन योजना को 3000 करोड़, कृषक उन्नति योजना को 10000 करोड़, जल जीवन मिशन को 4500 करोड़, भूमिहीन मजदूर योजना के लिए 500 करोड़, रामलला दर्शन योजना के लिए 35 करोड़, राजधानी क्षेत्र के विकास के लिए 5 करोड़, इन्वेस्ट छत्तीसगढ़ के आयोजन के लिए 5 करोड़, शक्तिपीठों के विकास के लिए 5 करोड़, उद्यान क्रांति योजना के लिए 5 करोड़ और बोरा तेंदू पत्ता संग्रह के लिए 5500 करोड़ का बजट में प्रावधान किया था.