राकेश की रिपोर्ट
वाराणसी:एस0पी0 से मिलने पहुंची तो पहले से मौजूद थे डी0पी0आर0ओ0 अंशुल मौर्या योगी सरकार की जीरो टाइलेंस नीति गाजीपुर में पूरी तरह फेल हो गयी है। मामला है एक सफाईकर्मी बिना मॉ बाप की कुंवारी बिटिया से हुई छेड़छाड़ का करोड़ो की प्रापर्टी का मालिक पी0एम0 के चुनाव क्षेत्र काशी के रहने वाले अंशुल मौर्या पर पचास घण्टे बाद भी न तो विभागीय कार्यवाही हो पायी है न ही काउन्टर किंग कहे जाने वाले पुलिस कप्तान इराजा की पुलिस ने संज्ञान लिया है। जिले की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी समूचे मामले को तमाशबीन की तरफ देख रही है जबकि यहॅा के प्रभारी मंत्री रविन्द्र जायसवाल का मौजूदा प्रतिनिधि लापता है। पीड़िता को डी0पी0आर0ओ0 के गुर्गो ने सुलह के नाम पर पॉच लाख की पेशकश की।
जानकारी के अनुसार गाजीपुर जिला मुख्यालय की रहने वाली युवती जिसकी मॉ व पिता दोनो की मौत हो चुकी है। युवती अविवाहित है और मौजूदा समय में लालनपुर गॉव में सफाईकर्मी के पद पर तैनात है। युवती को पंचायत राज विभाग की ओर से मनमाफिक मौखिक आदेशों पर कई बार तैनात किया जा चुका है। जिलाधिकारी कार्यालय में भी युवती सेवा दे चुकी है। युवती की तरह तमाम ऐसे सफाईकर्मी है जिनको डी0पी0आर0ओ0 उनके तैनाती स्थल की जगह मौखिक आदेश पर जिले के बड़े अफसरो के बंगलों पर दीहाड़ी मजदूर की तरह तैनात कर देते है। जिससे तमाम अफसरो व उनके परिजनों को फ्री का चाकर मिल जाता है। यहॅा तक कि एक सफाईकर्मी इनकी गाड़ी चलाता है तो दूसरा जूता साफ करने के लिये रखा गया है जिसका वीडियो भी वायरल होने के बाद अपने प्रभाव का प्रयोग कर महोदय ने मामले को आसानी से निपटा दिया।
इसी तरह बिन मॉ बाप की बेसहारा युवती को भी पहले मौखिक आदेश पर अपने आवास पर तैनाती दिया । डी0पी0आर0ओ0 की पत्नी सरकारी कर्मचारी है और सुबह ही अपने दफ्तर चली जाती है। इस बीच आवास पर साहब को अपने हिसाब से दिन में कभी भी आने जाने से रोकने वाला कौन है, आवास भी साहब का है महिला सफाई कर्मी का आरोप है कि डी0पी0आर0ओ0 की लगातार छेड़छाड़ से जब वह परेशान होकर अपनी तैनाती स्थल पर चली गयी तब उसे परेशान करने की गरज से तमाम नोटिसों व आरोप का घेरा बनाकर पुनः अपने आवास पर बुलाने की घटिया कोशिश की जा रही है। इस बात की शिकायत पीड़िता ने सबसे पहले मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ से किया इसके बाद तो हंगामा ही मच गया लेकिन अपने कद व पद का इस्तेमाल करते हुये डी0पी0आर0ओ0 ने पहले सफाई कर्मचारी संगठन फिर राज्य कर्मचारी संगठन की ओर से तमाम दबाव बनवाया लेकिन पीड़िता बैकफुट पर नही गयी।
अंत में पीड़िता ने जब पुलिस कप्तान से मिलने का मन बनाया और उनके आफिस पहुंची तो एस0पी0 के सामने डी0पी0आर0ओ0 को बैठा देख उसे सॉप सूंघ गया और पुलिस कप्तान ने यह कहा कि मामला विभागीय है इसलिये मैं इस शिकायत को सीडीओ से कार्यवाही की बात करूंगा। इसके बाद तो पीड़िता पर दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा। बिन मॉ बाप की बेटी जिले में हुई छेड़खानी के बाद मारे मारे फिर रही है जबकि दो दिन पूर्व उसके साथ खड़ा राज्य कर्मचारी सगंठन भी नजर नही आया।