रायपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हनुमंत कथा के आखिरी दिन शनिवार को धर्मांतरण कर चुके परिवारों की घर वापसी कराई गई। रायपुर गुढ़ियारी स्थित कथा स्थल में 251 परिवारों के करीब एक हजार लोगों ने घर वापसी की। जानकारी के अनुसार, इनमें इस्लाम और ईसाई धर्म अपना चुके लोग शामिल हैं। भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने घर वापसी करने वाले लोगों के पैर धोकर सनातन धर्म में स्वागत किया। इससे पहले पूजा पाठ करके शुद्धिकरण किया गया।
जूदेव ने कहा कि एक हजार लोग अपनी सनातन संस्कृति से षड्यंत्रपूर्वक भटकाए गए थे। अब वे सभी अपने सनातन धर्म में वापसी करवाई हैं। मेरे पिता ने जो काम शुरू किया था, इस कार्य को मैं आगे बढ़ा रहा हूं। जूदेव ने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ में 101 मंदिर बनावाऊंगा। धर्मांतरण बहुत बड़ी चुनौती है। इसे सब मिलकर लड़ना होगा।
धीरेंद्र शास्त्री ने घर वापसी पर कहा कि वे किसी धर्म के विरोधी नहीं हैं। हमने यहां किसी को बुलाया नहीं है। सभी हनुमान जी के आशीर्वाद से यहां आए हैं। मैं धर्मांतरण का पक्षधर नहीं हूं। मैं घर वापसी में विश्वास करता हूं।
दो मुस्लिम परिवार ने अपनाया हिंदू धर्म
बागेश्वर धाम के कथा स्थल में मुस्लिम समाज के दो परिवार शमीम,पल्की, सोनिया और उत्तर प्रदेश मिर्जापुर के अकबर ने हिंदू धर्म अपनाया। अकबर ने मीडिया को बताया कि वह बागेश्वर धाम महराज से प्रभावित है। अब हिंदू धर्म अपना कर सनातन धर्म के नियमों का पालन करूंगा। वहीं रायपुर चंगोराभाठा निवासी शमीम ने कहा कि पत्नी हिंदू हैं, रोज पूजा पाठ करती हैं। पत्नी की निष्ठा को देखकर मुझे हिंदू धर्म अपनाने की प्रेरणा मिली। शमीम के साथ उनके बेटे-बेटी ने भी सनातन धर्म स्वीकार किया।