नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने आज अंतरिम बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। बजट में सभी वर्गों का खास ध्यान रखा गया है। वही अब अंतरिम बजट पर विपक्ष की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
अधीर रंजन ने कहा लुभाने वाला बजट
मोदी सरकार के अंतरिम बजट को कांग्रेस नेता अधीर रंजन (Adhir Ranjan) ने लुभाने वाला बजट करार दिया है। उन्होंने कहा कि, “क्या यह बेरोजगारों को रोजगार देने वाला बजट है… यह बजट इस साल के लोकसभा चुनाव में लोगों को लुभाने के अलावा कुछ नहीं है।”
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा- यह बजट नहीं घोषणा
सरकार के अंतरिम बजट को कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी (pramod tiwari) का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि, यह बजट है कहां…कोई घोषणा है क्या? किसानों के लिए क्या स्वामीनाथन वाली रिपोर्ट लागू की गई? क्या महंगाई रोकने का कोई जतन है? विदेशी कर्ज को कम करने के लिए कुछ उपाय है क्या? महंगाई और बेरोजगारी के लिए कुछ कहा गया क्या? हां, हमारा वादा है कि जैसे ही नई सरकार बनेगी तब इंडिया का बजट आएगा जिसमें किसानों, मजदूरों, नौजवानों और महिलाओं की बात की जाएगी।
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- उम्मीदों पर फेरा पानी
शिवसेना (Shiv Sena) नेता प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने कहा कि इस ठंडे मौसम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देशवासियों की उम्मीदों (बजट को लेकर) पर ठंडा पानी फेरा है। वह ज्ञान, गरीब, युवा और नारी की बात करती हैं लेकिन उन्होंने इन सबके लिए कुछ नहीं किया।
फारुख अब्दुल्ला बोले- असली बजट जुलाई में
जम्मू- कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) का अंतरिम बजट को लेकर प्रतिक्रिया सामने आई है। जिसमे उन्होंने कहा है कि, असली वाला बजट तो जुलाई में आएगा। इसमें तो ऐसी कोई बात नहीं थी। यह तो पुराना ही बजट चल रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि लोगों को फायदा हो। हमारी तो यही चाहत है कि वतन आगे बढ़े और तरक्की करे। जम्मू और कश्मीर में टूरिज्म भी बढ़े और बाहर से और लोग आएंगे।
अंतरिम बजट को अखिलेश ने बताया भाजपा का ‘विदाई बजट’
सपा चीफ और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है। भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है। यह भाजपा का ‘विदाई बजट’ है।