रायपुर। छत्तीसगढ़ के शिक्षामंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि, आत्मानंद स्कूल अब जल्द ही स्कूल शिक्षा विभाग के नियंत्रण में आने वाले है। अभी ये कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी संचालित करती थी, लेकिन अब इसका नियंत्रण खुद शिक्षा विभाग करेगा। उन्होंने कहा कि अगले सत्र से कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी भंग होगी।
दरअसल, विधानसभा के बजट सत्र में स्वामी आत्मानंद योजना को लेकर सवाल उठा था। भाजपा विधायकों ने ध्यानाकर्षण के जरिए स्कूलों के संचालक को लेकर सवाल उठाए थे, जिस पर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जवाब देते हुए अगले शैक्षणिक सत्र से कलेक्टर की समितियों को भंग कर आत्मानंद स्कूलों का संचालन शिक्षा विभाग के जरिए करने की घोषणा की।
गड़बड़ियों की कराएंगे जांच
भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा था कि जब तक कलेक्टर के पास प्रभार रहेगा, व्यवस्था नहीं सुधरेगी। इसे बदल जाना चाहिए। इसके बाद शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने घोषणा की कि अगले शिक्षा क्षेत्र में कलेक्टर की सभी समितियां को भंग कर दिया जाएगा, सभी शिकायतों की जांच कराई जाएगी, जिन स्कूलों के नाम बदले गए हैं, उनका नाम स्वामी आत्मानंद नाम के साथ जोड़ा जाएगा।
बता दें कि, सदन में स्वामी आत्मानंद स्कूल को लेकर भाजपा विधायक अनुज शर्मा, अजय चंद्राकर, भावना बोहरा के ध्यानाकर्षण पर जवाब देते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन ने कहा कि अभी हमारे सरकारी प्राचार्य और व्याख्याता को भी कलेक्टर वेतन देता है। जहां-जहां गड़बड़ी होगी, उसकी हम जांच करवाएंगे।