पेंड्रा। बीजेपी सरकार की सबसे महत्वकांशी और चुनावी मास्टरस्ट्रोक कहे जाने वाली महतारी वंदन योजना का अनोखा मामला सामने आया है। जहां घर में किसी महिला के नही होने के चलते एक पुरुष ने योजना का फार्म खुद अपने नाम से भरकर जमा कर दिया। अधिकारियों और कर्मचारियों को जब यह आवेदन मिला तो सभी इस अनोखे फार्म को देखते ही हैरान हो गए और इस योजना का लाभ सिर्फ महिलाओं को मिलेगा यह कह कर उसका फार्म रिजेक्ट कर दिया। लेकिन युवक अभी भी इस योजना का लाभ लेने के लिए प्रयास कर रहा है। दरअसल, पेंड्रा स्थित गांव तिलोरा के रहने वाले कमल सिंह कंवर ने महतारी वंदन योजना के लिए जब अपना आवेदन दिया तो लोगों ने समझाया कि ये आवेदन नहीं लिया जा सकता। ये योजना केवल महिलाओं के लिए है। लेकिन कमल सिंह की जिद के आगे स्थानीय कर्मचारियों को तो आवेदन लेना पड़ा। कमल सिंह का तर्क था कि उसके घर में कोई महिला नहीं है और परिवार का राशन कार्ड भी महिला के नहीं होने के कारण मुखिया के रूप में उसके नाम पर ही बना है तो ऐसे में महतारी वंदन योजना का लाभ उसको मिलना चाहिए।
सॉफ्टवेयर ने ही नहीं लिया आवेदन
कमलसिंह के आवेदन को साफ्टवेयर ने ही नहीं लिया और अधिकारियों ने भी इस आवेदन को सिरे से खारिज कर दिया। अधिकारियों का स्पष्ट तौर पर कहना है कि योजना के नियम और शर्तों में केवल 21 साल से उपर की महिलाओं और युवतियों को इस योजना का पात्र माना गया है। किसी पुरूष को इसका लाभ नहीं मिल सकता है। इसलिए कमल सिंह का फार्म रिजेक्ट कर दिया गया है। बता दें कि आदिवासी बाहुल्य गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में कई स्थानों पर ऐसे ही कुछ और लोगों ने भी आवेदन किया था जिसको शिविर स्थल पर ही अस्वीकार कर दिया गया है। बता दें कि, राज्य में अबतक 70 लाख सेअधिक महिलाओं ने महतारी वंदन योजना के तहत फॉर्म भर दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि अगले महीने से पात्र महिलाओं के खातों में 1000 रुपए आना शुरू हो जायेगा।