रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव ऑनलाइन बैटिंग बुक, कोल लेवी और शराब घोटाले के मामले में जेल में बंद आरोपियों से एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB)/(EOW) की पूछताछ समाप्त हो गई है. यह टीम पिछले चार दिनों से सेंट्रल जेल में लगातार आरोपियों से पूछताछ कर रही थी. इन हाईप्रोफ़ाइल घोटालों से जुड़े लोगों से पूछताछ के बाद अधिकारी अलग-अलग कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक, जेल में बंद कुछ आरोपियों ने एसीबी/ईओडब्लू की टीम का पूछताछ में जरा भी सहयोग नहीं किया है. इसके बाद अब आरोपियों की रिमांड की तैयारी भी की जा रही है. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम जल्द ही आरोपियों की रिमांड के लिए विशेष कोर्ट में आवेदन लगाने वाली है.
विशेष न्यायलय से अनुमति के बाद शुक्रवार दोपहर 4: 40 बजे रायपुर सेंट्रल जेल में एसीबी/ ईओडब्लू की छह सदस्यीय टीम पहुंची. इस दौरान आरोपियों से कुछ घंटों की पूछताछ की गई. पहले दिन की पूछताछ सिर्फ कोल लेवी से जुड़े आरोपियों पर केंद्रित थी. उनके हिसाब-किताब, वसूली समेत कुल 5 बिंदुओं पर पूछताछ की गई थी.
शनिवार दोपहर भी एडिशनल एसपी, 2 डीएसपी के साथ 2 निरीक्षक समेत छह सदस्यीय टीम कुछ दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ सेंट्रल जेल परिसर पहुंची थी. इस दिन भी करीबन 7-8 घंटों की लंबी पूछताछ में महादेव बुक और कोल से जुड़े मामलों पर पूछताछ की गई थी, लेकिन एसीबी/इओडब्लू की टीम के हाथों कुछ ख़ासा जानकारी नहीं लगी थी.
लैपटॉप, प्रिंटर समेत लाल कपड़ों में दस्तावेज
रविवार सुबह 11 बजे एसीबी/ईओडब्लू की टीम खुद को दो अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर आरोपियों से पूछताछ करने पहुंची थी. इस बार टीम लैपटॉप, प्रिंटर, पेंड्राइव समेत लाल कपड़ों में बंद महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ पहुंची थी. महादेव ऑनलाइन बैटिंग बुक और कोयले के काले कारोबार से जुड़े लोगों से 9 घंटे तक पूछताछ की गई, जिसमें राज्य पुलिस सेवा के कई अधिकारी और सफेदपोश लोगों के लेनदेन की जानकारी सामने आई है. हालांकि कुछ आरोपियों ने ईडी को सारी जानकारी देने का हवाला देते हुए अधिकारियों की पूछताछ को नकार दिया था.