पटियाला। पंजाब के पटियाला जिले में केक खाने से 10 साल की बच्ची की मौत के मामले बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में पता चला कि जिस केक को खाने से 10 की बच्ची की मौत हुई उसे सिंथेटिक स्वीटनर के साथ पकाया गया था। पता चला कि, केक को पकाने के लिए सैकरीन और आर्टिफिशियल स्वीटनर की ज्यादा मात्रा मिलाई गई थी।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय जिंदल के मुताबिक भोजन या किसी भी तरह के पेय पदार्थ में बेहद सीमित मात्रा में सैकरीन का इस्तेमाल किया जाता है। अधिक मात्रा में इसके इस्तेमाल से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल तेजी से बढ़ जाता है, जिससे जान भी जा सकती है। स्वास्थ्य विभाग अब इस मामले में केक तैयार करने वाली न्यू इंडिया बेकरी के खिलाफ कार्रवाई करने और जुर्माना लगाने की बात कर रही है।
जानें पूरा मामला
ये मामला पंजाब के पटियाला जिले का है, जहां 24 मार्च को 10 वर्षीय बच्ची मानवी का जन्मदिन था। लेकिन उसके जन्मदिन खुशियां उस समय मातम में बदल गई जब ऑनलाइन मंगवाए गए केक खाने से उसकी मौत हो गई। केक खाने के बाद बच्ची तबीयत बिगड़ गई थी। केक खाने के बाद से ही बच्ची का मुंह सूख रहा था। उसे बेहद प्यास लगने लगी थी। तोड़ी देर बाद उसे उल्टियां होने लगी थी। अगले दिन सुबह के समय उसकी हालत और बिगड़ गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
परिवार ने बताई थी पूरी बात
बच्ची के दादा हरबन लाल ने बताया था कि केक खाने के बाद पूरे परिवार की हालत खराब हो रही थी। बच्चों को उल्टी होने लगी। जिस बड़ी बेटी की मौत हुई है उसको दो बार उल्टी हुई थी। एक बार 11 बजे और उसके बाद 12 बजे। उनका दावा है कि पटियाला की न्यू इंडिया बेकरी से मंगवाए गए केक खाने के बाद ही सबकी तबीयत खराब हुई थी। उन्होंने बताया कि ये केक उन्होंने ऑनलाइन ऑर्डर किया था।
छोटी बहन की हालत भी थी खराब
डॉक्टर्स की मानें तो मानवी की छोटी छोटी बहन की जान इसलिए बच गई क्योंकि उसे उल्टी हो गई थी, जिससे उसके भीतर से कंटैमिनेटेड फूड बाहर आ गया था। लेकिन मानवी को नहीं बचाया जा सका। परिवार वालों की मानें बाकी सदस्यों के मुकाबले मानवी ने ज्यादा केक खाया था।
जोमेटो ने अपनी लिस्ट से हटाया
मानवी को सरप्राइज देने के लिए उसकी मां ने जोमेटो एप से कान्हा फर्म से केक मंगवाया था। जो न्यूज इंडिया बेकरी से भेज गया था। इस घटना के बाद जोमेटो कंपनी ने अपनी एप से केक कान्हा फर्म को अपनी सूची से हटा दिया था।