रायपुर। छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव सरकार में ख़ाली पड़े दो मंत्री पदों के लिए दावेदारों को मकर संक्रांति तक इंतज़ार करना पड़ सकता है। खरमास के चलते 13 जनवरी तक मंत्रिमंडल का विस्तार टलता दिखाई दे रहा है। सूर्य के दक्षिणायण होते ही राजनीति की तपिश भी बढ़ने के आसार हैं । मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही नगरीय और पंचायत चुनाव का बिगुल भी फूंक दिया जायेगा ।
सनातनी परम्परा में खरमास के दौरान अमूमन शुभ कार्य नहीं ही किए जाते हैं । हिन्दू पंचाग के अनुसार खरमास 13 जनवरी को समाप्त हो रहा है ऐसे में 13 के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। हाल ही में हुई भाजपा की कोर कमेटी की बैठक और नईदिल्ली में हुई बैठक में हरियाणा फ़ार्मूले पर मुहर लग गयी है। ऐसे में ख़ाली पड़े दो पदों और एक नव सृजित पद पर 3 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलायी जा सकती है।
मंत्रिमंडल में राज्य के उत्तरी हिस्से सरगुजा और मध्य के बिलासपुर संभाग की हिस्सेदारी सबसे ज़्यादा है ऐसे में दक्षिणी हिस्से से तीसरे नाम की चर्चा है । सबसे आगे प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव का नाम है। बाक़ी दो पदों पर गजेन्द्र यादव और अमर अग्रवाल का नाम पक्का माना जा रहा है। दावेदारों ने भी मान लिया है कि यदि कोशिश करना है तो तीसरे पद के लिए । ऐसे में वर्तमान में सबसे ज़्यादा आसार रायपुर और बस्तर संभाग से है ।
यदि एक बार यदि यह मान भी लिया जाए कि तीनों पदों के लिए कौन – कौन प्रबल दावेदार हैं तो ऐसे में अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, गजेन्द्र यादव, पुरन्दर मिश्रा, राजेश मूणत , अजय चंद्राकर विक्रम उसेन्डी, लता उसेन्डी और किरण देव के नाम सबसे ज़्यादा चर्चा में हैं। इनके अलावा कुछ नामों को डार्क हॉर्स माना जा रहा है जो शायद राजनीतिक पंडितों और मीडिया को चौंका सकते हैं।