नक्सलवाद से तंग आकर कोंडागांव में 1 लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में 1 लाख के इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पित नक्सली की पहचान राजमन होडी के रूप में हुई है, जो बेड़मा थाना क्षेत्र के पुंगारपाल का निवासी है।
शासन की नीतियों और सुरक्षाबलों की कार्रवाई से प्रभावित हुआ नक्सली
नक्सली राजमन होडी ने सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। उसने बताया कि वह माओवादियों की खोखली विचारधारा और संगठन के भीतर होने वाले अत्याचारों से तंग आ चुका था।
इसके अलावा, सुरक्षाबलों की लगातार हो रही कार्रवाइयों से नक्सली संगठनों में भय और अस्थिरता का माहौल है, जिससे कई माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
कई नक्सली घटनाओं में था शामिल
राजमन होडी नक्सली संगठन में विभिन्न पदों पर कार्यरत था और उसने नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों में कई नक्सली गतिविधियों को अंजाम दिया था।
आत्मसमर्पण के बाद क्या होगा?
शासन की पुनर्वास नीति के तहत, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए उन्हें रोजगार, शिक्षा और आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
निष्कर्ष
कोंडागांव में नक्सली संगठन से अलग होकर आत्मसमर्पण करने का यह सिलसिला बताता है कि अब माओवादी विचारधारा कमजोर पड़ रही है और लोग शांति की राह अपना रहे हैं। सरकार की नीति और सुरक्षाबलों की रणनीति का असर दिखने लगा है