Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शकूर बस्ती से जुड़े आरोपों का कड़ा जवाब दिया है. केजरीवाल ने दावा किया था कि दिल्ली एलजी ने शकूर बस्ती की भूमि का लैंड यूज बदल दिया है और 30 सितंबर 2024 को रेलवे ने इस जमीन का टेंडर कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता झुग्गी बस्तियों के लोगों के साथ धोखा कर रहे हैं और चुनाव के बाद इन बस्तियों को तोड़ देंगे.
केजरीवाल के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान पूरी तरह से गलत और आधारहीन है. उन्होंने स्पष्ट किया कि 27 दिसंबर को दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की बैठक में इस बस्ती की लैंड यूज में कोई बदलाव नहीं किया गया था. न ही DDA ने बेदखली या तोड़फोड़ का कोई नोटिस जारी किया था. सक्सेना ने यह भी कहा कि केजरीवाल जानबूझकर झूठ बोल रहे हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं.
बैठक में क्या हुआ निर्णय?
वी. के. सक्सेना ने अरविंद केजरीवाल को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने झूठ बोलना बंद नहीं किया, तो DDA उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि 27 दिसंबर की DDA बैठक में केजरीवाल के दो विधायक भी मौजूद थे, जिन्होंने इस बारे में कोई सवाल नहीं उठाया.
चुनाव के बाद झुग्गियां तोड़ी जाएंगी?
इस मामले में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रखते हुए, केजरीवाल ने दावा किया था कि बीजेपी के नेताओं ने बस्तियों में आकर लोगों को विश्वास दिलाया था कि चुनाव के बाद उनकी झुग्गियां तोड़ी जाएंगी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी के लोग चुनाव के बाद झुग्गियों को हटाने के लिए तैयार हैं, लेकिन चुनाव के समय सिर्फ वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं.
5 फरवरी को दिल्ली में मतदान
इस बीच, दिल्ली एलजी ने केजरीवाल से कहा कि वह अपने बयानों पर विचार करें और तथ्यों के आधार पर ही कोई टिप्पणी करें, ताकि जनता को गलत जानकारी न मिले. दरअसल, दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होना है. ऐसे में अरविंद केजरीवाल बीजेपी पर लगातार हमला बोल रहे हैं.