रायपुर। जिन व्यक्तियों ने महादेव ऐप के प्रमोटरों और पैनल ऑपरेटरों को करोड़पति का दर्जा दिलाने में मदद की, वही अब उन्हें भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। ये व्यक्ति कथित तौर पर अपने खोए हुए फंड को होल्ड करवाने के लिए साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करा रहे हैं। नतीजतन, वे कानून प्रवर्तन के लिए हथियार बन रहे हैं। ये व्यक्ति महादेव बुक, रेड्डी अन्ना और फेयर प्ले सहित विभिन्न अवैध जुआ अनुप्रयोगों पर सट्टा लगाते हैं।
216 म्यूल खातों की चल रही है जांच
वहीं उनकी शिकायतें पुलिस को जुए के धन के अवैध लेनदेन के लिए उपयोग किए जाने वाले खातों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान कर रही हैं, जिससे खाता जब्त करने में सफलता मिल सकती है। खाता समूह के सदस्य इन लेनदेन के लिए उपयोग किए जाने वाले खातों का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार हैं। वर्तमान में दुर्ग जिले में कर्नाटक बैंक और फेडरल बैंक में 216 म्यूल खातों के संबंध में जांच चल रही है, जिनमें 1.88 करोड़ रुपये से अधिक हैं।
सट्टेबाजी में हारने वाले व्यक्तियों की संख्या काफी अधिक
महादेव बुक और अन्य एप्लीकेशन में ऐसे पैनल हैं जो विभिन्न गेमिंग साइट्स होस्ट करते हैं। ये प्लेटफ़ॉर्म विशेष रूप से सट्टेबाजों के लिए बनाए गए खातों से लैस हैं। खेलों पर दांव लगाने के लिए, सट्टेबाज पैनल संचालकों द्वारा प्रदान किए गए खातों में धनराशि जमा करते हैं। बदले में, पैनल संचालक जमा की गई राशि के बराबर अंक सट्टेबाजों के खातों में जमा करते हैं। सट्टेबाज फिर इन अंकों का उपयोग सट्टेबाजी में शामिल होने के लिए करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप जीत या हार होती है। वहीं सट्टेबाजी में हारने वाले व्यक्तियों की संख्या काफी अधिक है, जिसके परिणामस्वरूप पैनल ऑपरेटरों और ऐप ऑपरेटरों को अच्छी खासी कमाई हुई है।
1930 पर कॉल करके अकाउंट करवा रहे ब्लॉक
हालांकि, अब ज़्यादातर बुकमेकर 1930 पर कॉल करके अकाउंट ब्लॉक कर रहे हैं। प्रमोटरों के लिए पैनल संचालित करने के लिए कोई व्यक्ति भी उपलब्ध नहीं है। इससे यह उम्मीद जगी है कि अवैध गतिविधियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है और जल्द ही वे खत्म हो जाएँगी।