प्रयागराज। दुनिया के सबसे बड़े जन समागम महाकुंभ में सोमवार को एक और कीर्तिमान बना। करीब 15 हजार स्वच्छता कर्मियों ने दस किलोमीटर क्षेत्र में एक साथ सफाई का रिकॉर्ड बनाया। मेला प्रशासन की ओर से 14 फरवरी को नदी स्वच्छता का रिकॉर्ड बना गया था। उस दिन 300 कर्मचारियों ने नदी की सफाई का रिकॉर्ड बनाया था। इस तरह से महाकुंभ 2025 में सोमवार को दूसरा विश्व कीर्तिमान बना।
खास यह कि मेला प्रशासन ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम की मौजूदगी में अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा। कुंभ 2019 में 10 हजार सफाई कर्मचारियों ने संगम तथा अन्य स्थानों पर एक साथ स्वच्छता अभियान चलाने का रिकॉर्ड बनाया था।
मेला प्रशासन की ओर से सोमवार को उसी रिकॉर्ड को तोड़ा गया। पूर्व निर्धारित स्थानों पर सेक्टर दो में हेलीपैड पार्किंग, नागवासुकि जोन के सेक्टर सात में भरद्वाज घाट, झूंसी जोन में ओल्ड जीटी एवं हरिश्चंद्र घाट तथा अरैल जोन के अंतर्गत चक्रमाधव घाट पर सफाई अभियान चलाया गया।
मेला प्रशासन की ओर से इन चारों स्थानों पर 15 हजार सफाई कर्मियों के माध्यम से एक साथ स्वच्छता अभियान चलाने की योजना बनाई गई थी। इस दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से आब्जर्वर ऋषिनाथ मौजूद रहे।
महाकुंभ में स्वच्छता प्रभारी एवं ओएसडी आकांक्षा राणा और महापौर गणेश केसरवानी ने बताया कि इन चारों जोन में करीब 15 हजार कर्मचारियों ने स्वच्छता अभियान चलाया। इस तरह से पिछले रिकॉर्ड की तुलना में दोगुने सफाई कर्मियों की संख्या के साथ नया कीर्तिमान बनाया गया। तीन दिन में रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा।
आज 10 हजार लोगों के हैंडप्रिंट लेने का बनेगा रिकॉर्ड
मंगलवार को आठ घंटे में 10 हजार लोगों के हैंड प्रिंट लिए जाएंगे, जो विश्व रिकॉर्ड होगा। इसके लिए गंगा पंडाल पर कैनवास लगाकर लोगों के हैंड प्रिंट लिए जाएंगे। मेला प्रशासन इसके माध्यम से अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगा। कुंभ-2019 में साढ़े सात हजार लोगों के हैंड प्रिंट लिए जाने का रिकॉर्ड बनाया गया था।