रायपुर। छत्तीसगढ़ में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025 के नतीजों ने शिक्षा विभाग की चिंता बढ़ा दी है। रायपुर बोर्ड रिजल्ट इस बार बेहद निराशाजनक रहा है, खासतौर पर 10वीं परीक्षा में रायपुर जिला पूरे राज्य में 32वें स्थान पर रहा। केवल 66.24% विद्यार्थी पास हुए, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 71.64% था।
12वीं के नतीजों में भी गिरावट देखने को मिली है। इस साल 79.94% छात्र सफल हुए, जो कि 2024 में 83.19% था। रायपुर के साथ-साथ महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद और बलौदाबाजार जैसे जिलों में भी प्रदर्शन पिछला रिकॉर्ड नहीं दोहरा सका।
अब राज्य सरकार ने नतीजों की स्कूलवार और विषयवार समीक्षा का फैसला लिया है। रायपुर संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा राकेश पांडेय ने बताया कि सभी स्कूलों से विषयवार परिणाम मंगवाए गए हैं। समीक्षा के आधार पर खराब प्रदर्शन वाले प्राचार्यों और शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी और रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर पहले ही महासमुंद के जिला शिक्षा अधिकारी को हटाया जा चुका है। अब अन्य जिलों के DEO और BEO भी प्रशासन की रडार पर हैं।
सरकार का साफ संदेश है—शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। रायपुर बोर्ड रिजल्ट में गिरावट सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का संकेत भी है। आने वाले दिनों में शिक्षा व्यवस्था में सख्त सुधार देखने को मिल सकते हैं।
शिक्षकों और अधिकारियों के लिए यह चेतावनी है कि अब जवाबदेही तय होगी और लचर व्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।