रायपुर: राजधानी रायपुर में वन्यजीवों की तस्करी रोकने के लिए एक बड़ी कार्रवाई की गई है। रायपुर वन विभाग और राज्य स्तरीय उड़नदस्ता की संयुक्त टीम ने विधानसभा रोड पर हिरण की खाल और सींग बेचने की फिराक में जुटे तीन तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान आनंद श्रीवास्तव (रायपुर निवासी), भागीरथी (पीपरछेड़ी निवासी) और तुला राम पटेल के रूप में हुई है। इन तीनों आरोपियों को हिरण के अवशेष, खाल और सींग के साथ पकड़ा गया, जो वे अवैध रूप से बेचने की योजना बना रहे थे।
सूचना मिलने पर रायपुर रेंज ऑफिस और राज्य स्तरीय उड़नदस्ता की टीम ने त्वरित संयुक्त कार्रवाई की। विधानसभा रोड पर घेराबंदी कर आरोपियों को हिरण के प्रतिबंधित अवशेषों के साथ धर दबोचा गया।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, बरामद की गई सामग्री वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत पूरी तरह से प्रतिबंधित है, और इस तरह की तस्करी गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है। हिरण की खाल और सींग की अवैध खरीद-फरोख्त न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह जैव विविधता के लिए भी बड़ा खतरा है।
इस कार्रवाई के बाद वन विभाग ने संकेत दिए हैं कि ऐसी तस्करी गतिविधियों पर नज़र रखने और कठोर कार्रवाई करने की रणनीति को और सख्ती से लागू किया जाएगा।
रायपुर हिरण खाल तस्करी की यह घटना राज्य में वन्यजीव सुरक्षा की गंभीर चुनौतियों को उजागर करती है और प्रशासन की सतर्कता को भी दर्शाती है।