छत्तीसढ़ में मलेरिया उन्मूलन पर गुरुवार को तीन दिवसीय क्षेत्रीय संभागीय कार्यशाला की शुरूआत हुई। रायपुर में आयोजित इस कार्यशाला में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ सरकार मलेरिया उन्मूलन के लिए राज्य में बेहतर कार्य कर रही है।
कार्यशाला के पहले दिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और ग्लोबल फंड्स सपोर्टेड सभी 10जिलों के अधिकारियों की बैठक की गई जिसमें छत्तीसगढ़ में मलेरिया के मामलों की समीक्षा की गई।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने जायसवाल ने बताया 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2030 तक मलेरिया उन्मूलन हेतु जो रोडमैप तैयार किया गया है। उक्त लक्ष्य प्राप्ति हेतु छत्तीसगढ़ राज्य निरंतर प्रयासरत है। वर्ष 2015 में वार्षिक पैरासाइट इनडेक्स 5.21 से कम होकर वर्ष 2023 में 98 रिपोर्ट किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया छत्तीगढ़ सरकार यहां के आदिवासी क्षेत्रों में मलेरिया एक्शन प्लान पर भी कार्य कर रही है। जिसके तहत प्रदेश में 2020 से ‘मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान’ संचालित किया जा रहा है। बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने सभी 10 राज्यों में मलेरिया की स्थिति की जानकारी के साथ ही छत्तीसगढ़ में मलेरिया अद्यतन स्थिति की समीक्षा की।
मंत्री ने बताया स्वास्थ्य कार्यकर्ता व मितानिनों द्वारा मलेरिया नियंत्रण करने में बेहतर कार्य किया जा रहा है। मलेरिया नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता व मितानिनों को गुणवत्तापूर्ण माइक्रोस्कोपिक टेस्टिंग और आरडी टेस्ट बढ़ाने हेतु भी निर्देश दिया। इसके अलावा मलेरिया के मरीजों की मृत्यु न हों इस पर भी जोर दिया। मलेरिया प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित जांच व उपचार के साथ स्क्रीनिंग बढ़ाने के भी निर्देश संबंधितों को दिए।