रायपुर । लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने देश के लोगों के लिए पांच न्याय गारंटी दी है। इसे महज चुनावी सब्जबाग दिखाना करार देते हुए भाजपा विधायक द्वय मोतीलाल साहू एवं पुरंदर मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की देश में अपनी कोई साख नहीं बची हैं अब वो देश की जनता को 5 न्याय की गारंटी दे रही हैं। ये महज़ चुनावी सब्जबाग दिखाने के अलावा कुछ भी नहीं है। झूठ परोसना कांग्रेस की फितरत में ही हैं। देश में सिर्फ एक ही गारंटी चलती हैं और वो है मोदी की गारंटी। इनकी गारंटी के आगे सभी की गारंटी कहीं भी नहीं टिकतीं हैं। अपने अस्तित्व की तलाश में भटक रही कांग्रेस पार्टी को देश की जनता से इस तरह के झूठे वादे नहीं करना चाहिए…? 50 वर्षों तक देश में राज करने वाली कांग्रेस पार्टी सिर्फ गांधी परिवार की सेवा , सत्कार में लगी रही। जनता के दुःख – तकलीफों से इनका कोई सरोकार नहीं रहा….? सत्ता सुख भोगते – भोगते कांग्रेसी शायद यह भूल गए कि लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन हैं कभी लोकसभा में चार सौ सीटें जीतने वाली कांग्रेस आज दहाई के आंकड़े तक सिमट कर रह गई है। देश ने दस साल यूपीए सरकार के शासन को भी देखा है जब सारे फैसले दस जनपथ से पूछकर लिए जाते थे।
भाजपा विधायकों ने कहा कि भ्रष्टाचार और घोटालों में इनके सारे बड़े नेता लिप्त रहे। आखिर किस मुंह से कांग्रेस देश की जनता के पास वोट मांगने जाएगी। क्योंकि कांग्रेस के पास न कोई नीति है और न ही विकास कार्य करने की नियत ….? वर्ष 2014 का वो स्वर्णिम काल आया जब एक गरीब मां का बेटा नरेन्द्र मोदी भारत देश का प्रधान सेवक बना और देश आज सफलता की ऊंचाईयों को छू रहा हैं यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ही नितियों का ही असर है कि आज हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं और बहुत जल्द तीसरे पायदान पर पहुंच जाएंगे और भारत देश विश्व गुरु बनेगा। क्योंकि देश की जनता यह अच्छी तरह से जानती है कि मोदी जो कहते हैं उसे जरूर पूरा करते हैं। आज जब कांग्रेस पार्टी अपने अस्तित्व को तलाश रही हैं और जब मोदी और भारतीय जनता पार्टी का अकेले मुकाबला नहीं कर पायी तो सारे भ्रष्टाचारियों को अपने साथ लेकर इंडी ( घमडिया) गठबंधन बना लिया। सारे विरोधी एक हो गए और इनके गठबंधन में ही कुर्सी को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। अभी चुनाव की तिथियां घोषित हो चुकी है बहुत से राज्यों में तो कांग्रेस ने अपने आधे ही उम्मीदवारों की घोषणा की हैं। दरअसल कांग्रेस का अपने ही सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे को लेकर तनातनी चल रही हैं।