रायपुर। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के मोनू गोस्वामी ने अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर छत्तीसगढ़ और जिले का नाम रोशन किया है। पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार मोनू गोस्वामी ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जगह सुनिश्चित कर ली।
पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद प्रतियोगिता में बना ली जगह
बता दें कि, 11 से 13 अक्टूबर तक ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें छत्तीसगढ़ के गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के रहने वाले मोनू गोस्वामी ने हिस्सा लिया था। मोनू गोस्वामी ने 105 किलोग्राम पावरलिफ्टिंग वर्ग में रजत पदक जीता। गौरेला पेड्रा मरवाही जिले के एक छोटे से गांव सेखवा निवासी मोनू गोस्वामी ने पांच साल की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जगह बना ली है।
उज्जैन में जीता था स्वर्ण पदक
मोनू ने इससे पहले उज्जैन में राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भाग लिया था और रिकॉर्ड स्थापित करते हुए स्वर्ण पदक जीता था। उनका चयन सिडनी में होने वाली अंतरराष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता के लिए भी हुआ है। बुनियादी सुविधाओं की कमी के बावजूद मोनो गोस्वामी ने इस बार रजत पदक जीता और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जिले का प्रतिनिधित्व किया। मोनू की इस सफलता से पूरे क्षेत्र में उत्साह और गौरव का माहौल है।
सरकार से नही मिली थी कोई भी मदद
सरकार से बुनियादी खेल उपकरण उपलब्ध कराने की मांग के बावजूद सरकार ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखायी। मोनू गोस्वामी ने अपनी मेहनत और संघर्ष से अपने क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई।