नई दिल्ली। अडानी ग्रुप को नुकसान पहुँचाने वाली अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अब अपनी दुकान बंद करने का फैसला लिया है। हिंडनबर्ग के फाउंडर नाथन एंडरसन ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट में यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह फैसला व्यक्तिगत है और इसके पीछे कोई विशेष कारण नहीं है, बल्कि यह उनका खुद का निर्णय है।
नाथन एंडरसन ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मैंने कभी चालाकी नहीं की, और यह वही कारण है कि मैंने अपनी कंपनी को बंद करने का फैसला लिया।” एंडरसन ने बताया कि हिंडनबर्ग की स्थापना 2017 में की गई थी, और तब से कंपनी ने कई बड़े साम्राज्यों को हिलाया था, जिनमें गौतम अडानी के अडानी ग्रुप और ब्लॉक इंक जैसे नाम शामिल थे। 2023 में हिंडनबर्ग द्वारा अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी और हेराफेरी के आरोप लगाए गए थे, जिससे गौतम अडानी को 99 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था और उनकी कंपनियों का मार्केट कैप 173 बिलियन डॉलर घट गया था।
एंडरसन ने अपने सफर के बारे में लिखा कि, “जब मैंने यह काम शुरू किया था, तो मेरे पास इतने पैसे नहीं थे, लेकिन मैंने जो किया वह मेरा खुद का चुनाव था।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अगर वर्ल्ड फेमस व्हिसलब्लोअर वकील ब्रायन वुड का साथ नहीं मिलता, तो वह इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते।
हिंडनबर्ग रिसर्च के बंद होने के बावजूद, एंडरसन ने बताया कि वह अब अगले छह महीनों में अपनी जांच प्रक्रिया और मॉडल के बारे में ओपन-सोर्स सामग्री और वीडियो पर काम करने का प्लान बना रहे हैं।