दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ है, जहां 7 वर्षीय मानस साहू की तालाब में डूबने से मौत हो गई। यह घटना उस समय हुई जब वह अपने परिजनों के साथ एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने ग्राम पतोरा आया था।
शादी की खुशियों में घुसा मातम
9 मई को मानस साहू अपने परिवार के साथ उतई गांव स्थित शीतला तालाब में नहाने गया था। हल्दी की रस्म के बाद वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ तालाब में नहा रहा था। इसी दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। पास खड़े लोग तुरंत उसकी मदद के लिए दौड़े और बच्चे को पानी से बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रशासनिक लापरवाही पर घेराव
घटना के बाद, परिजन और ग्रामीणों ने पंचायत कार्यालय का घेराव किया और प्रशासनिक लापरवाही के आरोप लगाए। परिजनों का कहना था कि तालाब के गहरीकरण के नाम पर मुरूम की खुदाई की गई, जिससे तालाब अत्यधिक गहरा हो गया। इस पर तालाब की गहराई कम करने और समतल करने के लिए उन्होंने 3-4 बार आवेदन भी दिया था, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पंचायत अधिकारी का बयान
नगर पंचायत अधिकारी राजेन्द्र नायक ने कहा,
“बच्चा परिवार के साथ शादी में शामिल होने उतई आया था और तालाब में नहाने गया था। वहां की गहरी पानी में चला जाने के कारण उसकी मृत्यु हो गई।” उन्होंने आगे बताया कि तालाब में पानी की अतिरिक्त मात्रा को कम किया जाएगा, और मृतक के परिजनों को 10 हजार रुपये की तत्काल सहायता दी गई है। मुआवजा शासन द्वारा प्रदान किया जाएगा।
दुःखद घटना और प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना एक ओर प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करती है, जिसमें प्रशासन को समय रहते तालाब की सुरक्षा को लेकर कदम उठाने चाहिए थे। तालाब में गहरीकरण के कारण यह घटना घटी, जिससे स्थानीय लोगों और परिजनों में गुस्सा है। इस हादसे ने समाज की सुरक्षा व्यवस्था और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं।