रायपुर। छत्तीसगढ़ में ‘सुशासन तिहार’ के तीसरे चरण का आज पाँचवां दिन है और इसी कड़ी में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के दूरस्थ वनांचल गांव बलदाकछार का आकस्मिक दौरा किया। सीएम के गांव पहुंचते ही ग्रामवासियों ने पारंपरिक तिलक लगाकर उनका आत्मीय स्वागत किया।
बिना पूर्व सूचना, सीएम का गुप्त दौरा
मुख्यमंत्री का यह दौरा पूरी तरह गोपनीय रखा गया था। स्थानीय प्रशासन को भी सीएम के आगमन की पूर्व जानकारी नहीं थी। मुख्यमंत्री ने सीधे गांव पहुंचकर आमजनों से संवाद किया और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत को जाना।
योजनाओं पर फीडबैक, मौके पर समाधान
मुख्यमंत्री साय ने ग्रामीणों से योजनाओं की उपलब्धता, सुविधा, और समस्याओं के समाधान को लेकर सीधा संवाद किया। उन्होंने कई मामलों में तुरंत समाधान के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही समाधान शिविरों में शामिल होकर लोगों की समस्याएं सुनीं और जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित की।
31 मई तक जारी रहेगा ‘सुशासन तिहार’ अभियान
5 मई से शुरू हुए ‘सुशासन तिहार’ के तीसरे चरण के तहत मुख्यमंत्री 31 मई तक किसी भी जिले या गांव में अचानक पहुंच सकते हैं। इसका उद्देश्य शासन की योजनाओं की जमीनी सच्चाई का मूल्यांकन करना और आम जनता से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करना है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) और कोरिया जिले का भी दौरा कर चुके हैं, जहां उन्होंने जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा और ग्रामीणों से संवाद किया था।
‘जनता की भागीदारी से सुशासन संभव है’ – CM साय
मुख्यमंत्री ने बलदाकछार गांव में कहा,
“सुशासन तब ही संभव है जब जनता की सीधी भागीदारी हो। मेरा उद्देश्य योजनाओं को धरातल पर देखना है, ताकि शासन और जनता के बीच भरोसे का पुल मजबूत हो।“