नई दिल्ली। भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की रफ्तार तेज होती जा रही है। अगले 3-4 दिनों के भीतर यह मॉनसून दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, अंडमान सागर और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में और आगे बढ़ने की संभावना है।
पूर्वोत्तर में भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 14 से 17 मई के बीच पूर्वोत्तर राज्यों—असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। कुछ स्थानों पर 115 मिमी से 204 मिमी तक की बारिश संभव है।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी विक्षोभ और ऊपरी वायुमंडलीय ट्रफ के प्रभाव से
15 मई को पूर्वी राजस्थान और उत्तर पश्चिम भारत में
16 से 19 मई तक उत्तराखंड में
30 से 50 किमी/घंटा की तेज हवाएं, बिजली चमकने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है।
पश्चिम भारत में भी सक्रिय मौसम
15-16 मई को गुजरात में
14-17 मई के दौरान कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में
बिजली कड़कने, 30 से 50 किमी/घंटा की हवाएं और हल्की बारिश की संभावना है।
15 मई को मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में तूफानी हवाओं की रफ्तार 70 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है।
दक्षिण भारत में तूफानी हवाओं के साथ बारिश
14 से 17 मई के बीच केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, कराईकल, कर्नाटक और रायलसीमा में वज्रपात, 30-50 किमी/घंटा की हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
14-15 मई को तेलंगाना में हवाओं की गति 70 किमी/घंटा तक हो सकती है।
उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी बढ़ेगी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अगले 3 दिनों में अधिकतम तापमान 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
इसके अलावा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गंगा के मैदानी क्षेत्र, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में लू चलने की भी संभावना है।